सादगी और जोश के साथ आर्यिका संघ का हुआ मंगल प्रवेश।
इन्दौर (ओम पाटोदी)। चार माह का चातुर्मास आपके जीवन को एक नया मोड़ प्रदान करने कि अवसर लेकर आया है। बाहर पानी बरसेगा ओर यहां आपके अंतर्मन में आध्यात्म की बरसात होगी। आप जितना समय हमको देंगे हम आपको सिखाने का प्रयत्न करेंगे । चातुर्मास भक्ति में डुबने जाने का अवसर है आपकी भक्ति ही एक दिन आपको भगवान बनाने वाली है।
उक्त बातें श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर समर्थ सिटी में चातुर्मास हेतु पधारी आर्यिका सिध्द श्री माताजी ने अपने मंगल प्रवेश के दौरान धर्म सभा में कहीं। उन्होंने आगे कहा कि चातुर्मास हम सभी त्यागी वृतियों के लिए अहिंसा महाव्रत, इरिया समिति के निर्दोष पालन करने हेतु महत्त्वपूर्ण अवसर होता है।
उक्त जानकारी देते हुए वर्द्धमानपुर शोध संस्थान के ओम पाटोदी ने बताया कि प्रातः गोम्मटगिरि तलहटी मंदिर से भव्य शोभायात्रा के साथ आर्यिका संघ का पदार्पण समर्थ सिटी में हुआ। चलसमारोह में श्री पार्श्व दिव्य घोष के युवा मंडल का जोश देखते ही बनता था। महिला मंडल मंगल कलश के साथ और पुरुष वर्ग हाथों में जैन ध्वज लेकर भक्ति में झूम रहे थे। वहीं बालिका मंडल और बहु मंडल द्वारा बहुत ही सुन्दर नृत्य के द्वारा आर्यिका माताजी के संघ की आगवानी की। कार्यक्रम की शुरुआत में शेलेश जी चन्देरिया ने समाज जनों के साथ संघ को श्री फल भेंट किया, शैलेन्द्र जी चन्देरिया, रिचा चंदेरिया श्री मती संदीप चन्देरिया ने गुरू मां को शास्त्र भेंट किया। गुरु पूजन पंडित सनत कुमार जी ने संपन्न करवाई।आर्यिका माताजी को आहार करवाने कि सौभाग्य आभा दीदी एवं श्रीमती राजुल अंशुल जैन परिवार को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम कि संचालन सुलभ जैन ने किया।