जैतहरी / – नगर स्थित श्री 1008 चंद्रप्रभू दिगंबर जैन मंदिर में जैन समाज के धर्मावलंवियो द्वारा भगवान पार्श्वनाथ और भगवान चंद्रप्रभु के तप कल्याणक एवं जन्म कल्याणक के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया गया । सुबह श्री जी का अभिषेक शांतिधारा नित्य पूजन विधान किया गया तत्पश्चात पश्चात दोपहर में श्री जी की शोभा यात्रा निकाली गई , शोभा यात्रा में मुनि श्री निरंजन सागर जी के आशीर्वाद से सभी भक्त भक्ति में गाजे बाजे के साथ भक्ति में गाते नाचते नजर आए, शोभा यात्रा जैन मंदिर से प्रारंभ होकर नगर परिषद चौक होते हुए गांधी चौराहा अटल द्वार से पुनः जैन मंदिर पहुंची जहां शोभा यात्रा के पश्चात श्री जी का अभिषेक पूजन किया गया एवं आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम परमप्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 निरंजन सागर जी महाराज के प्रवचन का लाभ धर्म प्रेमी बंधुओ को मिला । शाम को संध्याकालीन आरती का आयोजन किया गया, आरती में भक्तों ने भक्ति पूर्वक गाकर श्री जी की संध्याकालीन आरती की । यह कार्यक्रम इसलिए भी विशेष है क्योंकि जैन धर्म के आठवें तीर्थंकर चंद्र प्रभु भगवान एवं 23वें तीर्थंकर पारसनाथ भगवान का जन्म एवं तप कल्याणक के अवसर पर आयोजित किया गया है।
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