बुरे कर्म जन्मों तक पीछा नही छोड़ते हैं: आचार्य प्रमुख सागर

0
85

गुवाहाटी: सदिया गुजर गई मगर आज भी कोई माता-पिता अपनी बेटी का नाम केकई और मंथरा नहीं रखता है। उन्होंने कहा बुरे कर्मो के कारण ही होलिका और रावण को हजारों जन्मों से जलाया जा रहा है।बुरे कर्म पिछा नहीं छोड़ता है लेकिन अच्छे कर्म बुरे कर्मों को पीछा कर देता हैं। इसलिए बुरे कर्मों को छोड़कर अच्छे कर्म करते रहो। आपने कहा कि कर्म आठ प्रकार के होते हैं। इन्हीं आठ कर्मों पर संसार चल रहा है, ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, वेंदनीय, मोंहनीय, आयु , नाम, गोत्र ,अंतराय ,यह आठ कर्म ही सारे जीवो को सता रहे हैं, और जन्म-मरण कर रहे हैं। यह उक्त बातें आज (गुरुवार) फैंसी बाजार के भगवान महावीर धर्मस्थल में चातुर्मासिक ससंघ विराजित आचार्य प्रमुख सागर महाराज ने धर्मसभा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा की अच्छे कर्म करते रहो, बुरे कर्म करने वाला कभी सुखी नहीं रहता है। मालूम हो की गुवाहाटी चातुर्मास समिति के मुख्य संयोजक ओम प्रकाश सेठी मुजफरनगर गणाचार्य 108 श्री पुष्पदंत सागर महाराज के दशनाथ पहुंचे। गनाचार्य ने श्री सेठी को अपना मंगल आशीष प्रदान किया। उन्होंने श्री सेठी को अपने शिष्य आचार्य प्रमुख सागर महाराज को उनके 50वें स्वर्णिम जन्म महोत्सव के उपलक्ष में एक विशेष पीछी प्रदान करने को दी। जिसे श्री सेठी ने गुवाहाटी में आचार्य श्री को प्रदान कर आशीर्वाद प्राप्त किया।ज्ञातव्य हो कि प्रति वर्ष आचार्य श्री को अपने गुरुवर से ही पीछी प्राप्त होती है।यह जानकारी समाज के प्रचार प्रसार विभाग के सह- संयोजक सुनील कुमार सेठी द्वारा दी गई है।।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here