गुरु विमर्श के संयम महोत्सव पर संयम भावना के रंग में ‘रंगेंगे गुरु भक्त रजत विमर्श संयमोत्सव – 16 दिसम्बर दिल्ली मै मनाया जाऐगा
भावलिंगी संत का दिल्ली चातुर्मास 2024″ इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। स्वर्णिम विमर्श उत्सव वर्ष में सम्पन्न हुआ यह चातुर्मास “स्वर्णिम विमर्श उत्सव” समापन समारोह एवं “भगवती जिनदीक्षा महामहोत्सव” में 13 भगवती जिनदीक्षाओं की महती धर्मप्रभावना के साथ सानन्द सम्पन्न हुआ । शीतकाल के बढ़ते कदमों को देखते हुए कृष्णानगर जैन मंदिर कमेटी के नेतृत्व में सकल समाज ने आचार्य श्री 108 विमर्शसागर जी महामुनिराज के विशाल संघ के पादमूल में शीतकालीन प्रवास एवं भावलिंगी संत के 25 वें मुनि दीक्षा दिवस “रजत विमर्श संयमोत्सव” समापन समारोह को महोत्सव पूर्वक मनाने की प्रबल भावना रखी । चातुर्मास मुख्य संयोजक रहे नरेन्द्र जैन ने सकल समाज की अंतरंग भावना कुछ इस प्रकार रखी – हे आचार्य भगवन् । दिल्ली में सबसे बड़े संघ का चातुर्मास हम सबने मिलकर कराया है। अभी भी मैं अथवा कोई भी बच्चा थका नहीं है इसीलिए आप हमें आशीर्वाद दीजिए कि शीतकाल के प्रारंभ से ही दूसरा चातुर्मास प्रारंभ किया जाए। और भगवन् ! स्वर्णिम न्चातुर्मास, भगवती जिनदीक्षा महोत्सव, स्वर्णिम विमर्श उत्सव आदि महान उत्सव कृष्णानगर समाज सहित यमुनापार दिल्ली को प्राप्त हुए तो अब आगामी “रजत विमर्श संयमोत्सव भी कृष्णा. कृष्णानगर जैन समाज को ही प्राप्त होना चाहिए। आप आशीर्वाद दीजिए, यह अनुष्ठान भी इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। 16 दिसम्बर सोमवार को “विवान वेंकट हॉल” में रचेगा इतिहास 27 वे मुनि दीक्षा महोत्सव पर समापन होगा “रजत विमर्श संयमोत्सव का 14 दिसम्बर 2022 से प्रारंभ हुआ “रजत विमर्श संयमोत्सव “2022- 2024 दो वर्षों के प्रभावना काल के बाद अब 16 दिसम्बर 2024 को राजधानी दिल्ली के “विवान वेंकट” में महती धर्म प्रभावना के साथ इतिहास के पन्नों में स्वणाक्षरों में लिखा जाएगा। देशभर से सैंकड़ों विद्वान एवं हजारों श्रद्धालु गुरु भक्त अनुष्ठान में सम्मिलित होकर अपने जीवन में करेंगे संयम की भावना को बलवती