जिनागम पंथ प्रभावना यात्रा (अतिशय क्षेत्र “आदीश्वर धाम” जतारा से सोनागिर जी तीर्थ वंदनार्थ के लिए
सबसे पूजनीय जीवन पानी की बूंद है, महाकाव्य के मूल लेखक, विमर्श लिपि के सजराता, जिनगामा संप्रदाय के प्रवर्तक, भावलिंग संत श्रमणाचार्य श्री विमर्शसागर जी महामुनिराज (24 पिच्ची) ससंघ का हुआ मंगल प्रवेश
रजत चर्चा संयम महोत्सव 14 दिसंबर 2023 गुरुवार, सोनागिर जी मै मनाया जाऐगा
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