फागी संवाददाता
श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी राजस्थान की पावन धरा पर भारत गौरव गणिनी गुरुमां विज्ञाश्री माताजी ससंघ पावन सानिध्य में कमल- रेणु जैन सिद्धार्थ नगर जयपुर सपरिवार ने
बड़े ही थाट बाट से शांतिनाथ विधान का भव्य आयोजन किया,विधान मंडल पर 120 अर्घ्य चढाकर भगवान शांतिनाथ जी की विशेष आराधना की गई। तत्पश्चात सभी भक्तों ने भगवान शांतिनाथ की मंगल आरती संपन्न की कार्यक्रम में संघस्थ प्रतीक जैन सेठी ने बताया की पूज्य माताजी के पावन सानिध्य में पट्टाचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज के संघस्थ अंकुर भैया,मंयक भैया, गणेश भैया, यशवंत भैया, तथा अनिल भैया दीक्षार्थी भाइयों की गोद भराई का भव्य आयोजन संपन्न हुआ, उक्त भैयायों को 2 मार्च 2025 को बम्बई में आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में उनके द्वारा दीक्षार्थियों को दीक्षित किया जायेगा।पूज्य माताजी ने सभी श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए कहां कि भक्त का सर्वप्रथम कर्तव्य प्रभु पूजा है। इसी से जीवन की सर्व विघ्न बाधाऐं स्वयंमेव नष्ट हो जाया करती है। इसलिए आचार्यों ने धर्म पुरुषार्थ को सर्वप्रथम रखा। तदनंतर अर्थ पुरुषार्थ, क्योंकि धर्म पुरुषार्थ से ही अर्थ की प्राप्ति होती है। सभी श्रद्धालुओं ने पूज्य गुरु मां के पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य भी प्राप्त किया। इस आयोजन में जयपुर, कोटा, निवाई ,चाकसू, जबलपुर, देवली ,टोंक से पधारे हुए भक्तों ने भक्ति का आनंद लिया। प्रतीक जैन सेठी ने बताया की विज्ञातीर्थ क्षेत्र पर सहस्रकूट जिनालय का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है, विविध योजना से जुड़कर धर्म प्रेमी बंधु धर्म लाभ ले सकते हैं।
राजाबाबू गोधा जैन महासभा मीडिया प्रवक्ता राजस्थान