भक्ति ही मुक्ति का आधार- विश्रांत सागर जी महाराज

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मुनि श्री विश्रांत सागर जी महाराज का पिच्छिका परिवर्तन समारोह। हर्षौल्लास के वातावरण में सम्पन्न (आयोजन में उमड़ा श्रद्धा का अपार जन सैलाब)

भक्ति ही मुक्ति का आधार- विश्रांत सागर जी महाराज

घुवारा/(भरत सेठ) छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश) छिंदवाड़ा जिला के छोटे से ग्राम चौरई में आज बुंदेलखंड के प्रथमाचार्य, उपसर्ग विजेता, राष्ट्र संत गणाचार्य श्री 108 विराग सागर
जी महा मुनि राज के परम प्रभावक सुयोग्य शिष्य प्रवचन केसरी श्रवण मुनि श्री 108 विश्रांत सागर जी महाराज ससंघ का पिच्छिका परिवर्तन महा महोत्सव का शुभारंभ प्रातः 6:00 बजे अभिषेक, शांति धारा, पूजन विधान पश्चात समवशरण
में गणधर के रूप में विश्रांत सागर जी महाराज विराजमान
होकर दिव्य देशना खिरी जिसे सुनने देव गति, मनुष्य गति, तिर्यन्च गति, समस्त प्रकार के व्यंतर जाति के देवों द्वारा शंका का समाधान मुनि श्री द्वारा किया गया तत्पश्चात श्रीजी की भव्य एवं दिव्य शोभा यात्रा चौरई के मुख्य मार्गो से गाजे-बाजे, बग्घी, दिव्या घोष, शहनाई गुरु देवा विराग सागर – विशुद्ध – विश्रांत सागर के उदघोषो से संपूर्ण आकाश जयकारों से गुंजायमान हो रहा था वहीं भारी संख्या में उपस्थित जनसमूह नाचते थिरकते भक्ति रस में डूबे मुख्य कार्यक्रम स्थल पहुंचे तो फिर 2:30 बजे से पिच्छिका परिवर्तन समारोह का शुभारंभ युवा विधानाचार्य अंकित भैया धनेटा, गगनदीप जी फणीन्द बड़ागांव
के कुशल निर्देशन में संपन्न हुआ।
मुनि श्री विश्रांत सागर जी ने अपने उपदेश में कहा प्रभु की भक्ति से ही मुक्ति का रास्ता मिल सकता है विश्व कल्याण की भावना के साथ यह समवशरण हम सभी के जीवन में कल्याणकारी हो। दया ही धर्म का मूल है प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में प्रत्येक प्राणियों के ऊपर करुणा /दया करनी चाहिए एक दूसरे के प्रति मैत्री का भाव रखना चाहिए जिस प्रकार समवशरण में सभी जीवो को समानता का अधिकार मिलता है भगवान की महिमा समवशरण में जन्मजात शत्रु सर्प और नेवला एक साथ बैठकर दिव्य ध्वनि को श्रवण करते हमें भी इसी प्रकार सब जीवो के प्रति प्रेम वात्सल्य एक दूसरे के प्रति भाईचारा एक दूसरे के कल्याण की भावना निरंतर भानी चाहिए उसे हमारा भी कल्याण होगा जन-जन का कल्याण होगा।
शाम को भव्य महा आरती, मुनि श्री का शंका समाधान, बिधानाचार्य अंकित भैया जी के प्रवचन तत्पश्चात संस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न हुए। भारत सेठ घुवारा ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन “पार्श्वमणि” पत्रकार को जानकारी देते हुवे कि
कार्यक्रम में एन कुमार, अनिल जी गंगवाल, शरद जी, पप्पू लाल जी, रिंकू जी, मोहित जी वात्सल, रितेश जी, अजय जी चौरई भरत सेठ, घुवारा,राजेश जैन महामंत्री, संतोष जैन, कमल जैन, प्रसन्न जैन, चुन्नू जैन बड़ागांव, प्रदीप जैन छपरा, राकेश जी भेलसी संगीतकार इंदौर,क्षेत्रीय अंचल सहित छिंदवाड़ा, परासिया, कुंडा, अमरवाड़ा, सिंगोड़ी, कुंवरपुरा, नागपुर, शिवनी, तेंदूखेड़ा, चिरगांव, घुवारा, बड़ागांव, बूंदी, सागर, सहित अनेक प्रांतो से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। प्रेषक पारस जैन “पार्श्वमणि” पत्रकार कोटा

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