नई दिल्लीः श्री दिगंबर जैन मंदिर जैन बालाश्रम दरियागंज में 31 जुलाई को मुनि श्री प्रणम्य सागरजी मुनिराज ससंघ के सान्निध्य, प्राचीन अग्रवाल दिगंबर जैन पंचायत व अनाथरक्षक जैन सोसायटी के संयोजन में 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण महोत्सव भारी उत्साह से भगवान की निर्वाण स्थली श्रीसम्मेद शिखरजी पर्वत की प्रतिकृति पर निर्वाण लाडू चढाकर मनाया गया। पर्वत पर सभी 25 टोंकों का हूबहू अदभुत प्राकृतिक दृश्य देखकर हजारों श्रद्धालु भावविभोर हो गए। भारी वर्षा के बावजूद हजारों स्त्री-पुरूषों व बच्चों ने भारी उत्साह से भगवान पारसनाथ की जय-जयकार के साथ भक्ति-नृत्य करते हुए भगवान पारसनाथ की टोंक स्वर्णभद्र टोंक पर निर्वाण लाडू चढाया। आरंभ में श्री मंदिर जी में श्री कल्याण मंदिर स्तोत्र विधान में मुनि श्री ने कहा कि भाव सहित भगवान की भक्ति करने से सभी दुःखों का निवारण हो जाता है। इस मौके पर जैन समाज के प्रधान चक्रेश जैन सहित नवीन जैन, राकेश जैन, पुनीत जैन, जिनेंद्र जैन,
नीरज जैन, एकता जैन, कविता जैन, मेघा जैन, नरेंद्र जैन, पीके जैन कागजी, रमेश जैन -नवभारत टाइम्स, मोती लाल जैन, वेदप्रकाश जैन, कैलाश चंद जैन, कुलदीप जैन, अरुण जैन, अशोक जैन- भिंड आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। अर्हम श्री चातुर्मास समिति का विशेष योगदान रहा।
राजधानी के मंदिरों में चातुर्मासरत संतों के सान्निध्य व अन्य सभी मंदिरों में भी बडे भक्ति-भाव से निर्वाण लाडू चढाया गया।
प्रस्तुतिः रमेश चंद्र जैन नवभारत टाइम्स नई दिल्ली
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