भगवान महावीर जन जन के आराध्य
फागी संवाददाता
अहिंसा धर्म के प्रणेता वर्तमान शासन नायक विश्व वंदनीय भगवान महावीर ने समस्त प्राणी जगत को अहिंसा का संदेश देकर शांति स्थापित की थी। भगवान महावीर ने अहिंसा, सत्य ,अचौर्य, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य के पांच महान सिद्धांतों की शिक्षा दी थी, भगवान महावीर ने बताया कि सम्यक दर्शन , सम्यक ज्ञान, और सम्यक चारित्र का पालन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। संसार में रहने वाले प्राणियों को तीन रूपों धर्म का पालन करना चाहिए आत्म शुद्धि के लिए अहिंसा-संयम और अष्टक्रमों के नाश के लिए तप साधना करनी चाहिए,त्याग और संयम, प्रेम और करुणा, शील और सदाचार, ही उनके प्रवचनों का सार था , अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है, किसी के अस्तित्व को मिटाने की अपेक्षा उसे शांति से जीने दो, स्वयं भी शांति से जियो इसी में सबका कल्याण है अतः भगवान महावीर के संदेशों को अपने जीवन में आत्मसात करने से सुख शांति कायम रह सती है।
प्रेषक: विवेक काला अन्तर्राष्ट्रीय रत्न व्यवसायी जयपुर