भगवान महावीर 2550वां निर्वाण महोत्सव समारोह का उद्घाटन

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डाक टिकट तथा सिक्कों का विमोचन
– स्वराज जैन, टाइम्स आॅफ इण्डिया
’’वर्तमान में वर्धमान की जरूरत है। आज भगवान महावीर के उपदेशों की सम्पूर्ण मानव समाज को अत्यधिक आवश्यकता है। विश्व की समस्यायों का निदान भगवान महावीर के शांति और अहिंसा के उपदेश से ही संभव है।’’ उक्त बातें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में भगवान महावीर के जन्म कल्याणक समारोह के उद्घाटन समारोह के शुभ अवसर पर 2550वें भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव का उद्घाटन करते हुये कहा। प्रधान मंत्री ने इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट तथा यादगार 100 रुपये का सिक्का भी जारी किया। गरिमामय विमोचन समारोह में केन्द्रीय कानून मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल तथा संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी भी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान महावीर जन्म कल्याणक समारोह के शुभ अवसर पर 2550वें भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज संघर्षो में फंसी दुनिया भारत से शांति की अपेक्षा कर रही है। नए भारत के इस नई भूमिका का श्रेय हमारे बढ़ते सामथ्र्य और विदेश नीति को दिया जा रहा है। लेकिन इसमें हमारी सांस्कृतिक छवि का वहुत बड़ा योगदान है। आज भारत इस भूमिका में आया है क्योंकि आज हम सत्य और अहिंसा जैसे व्रतों को वैश्विक मंचों पर पूरे आत्मविश्वास से रखते हैं। इसीलिए आज विरोधों में भी बंटे विश्व के लिए, भारत ‘विश्व-बंधु‘ के रूप में अपनी जगह बना रहा है। स्कूली बच्चे द्वारा भगवान महावीर स्वामी पर प्रस्तुत नृत्य नाटिका ‘वर्तमान में वर्धमान‘ का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि भगवान महावीर के मूल्यों के प्रति युवाओं का समर्पण देश के सही दिशा में आगे बढ़ने का संकेत हैं।
प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मिशन लाइफ और एक विश्व, एक सूर्य, एक ग्रिड के रोडमैप के साथ एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के दृष्टिकोण जैसी भारतीय पहलों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक संघर्षों के समय में तीर्थंकरों, श्रद्धेय आध्यात्मिक जैन गुरुओं की शिक्षाएं और भी अधिक प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, हम 2500 वर्षों के वाद भी भगवान महावीर का निर्वाण दिवस मना रहे हैं और मुझे यकीन है कि देश आने वाले हजारों वर्षों तक भगवान महावीर के मूल्यों का जश्न मनाता रहेगा। उन्होंने पूर्ववतीं संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 2014 में सत्ता में आने पर ऐसे समय में विरासत के साथ-साथ भौतिक विकास को बढ़ावा देने पर जोर दिया जब देश निराशा में डूबा हुआ था। उन्होंने अपनी सरकार द्वारा योग और आयुर्वेद जैसी भारतीय विरासत को बढ़ावा दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि देश की नई पीढ़ी अब मानती है कि स्वाभिमान ही उसकी पहचान है। प्रधानमंत्री ने भगवान महावीर की शिक्षाओं का पालन करने को कहा क्योंकि इन मूल्यों को पुनर्जीवित करना आज समय की मांग है। उन्होंने कहा, ‘जैन धर्म का अर्थ ही है जिन का मार्ग, यानी,जीतने वाले का मार्ग। हम कभी दूसरे देशों को जीतने के लिए आक्रमण करने नहीं आए। हमने स्वयं में सुधार करके अपनी कमियों पर विजय पाई है। इसलिए, मुश्किल से मुश्किल दौर आए, लेकिन हर दौर में कोई न कोई ऋषि, मनीषी हमारे मार्गदर्शन के लिए प्रकट हुए।‘ राष्ट्रसंत परम्पराचार्य श्री प्रज्ञ सागर जी मुनिराज ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को भगवान महावीर वाणी संग्रह कृति एवं आचार्य श्री विद्यानन्द जी मुनिराज की शताब्दी जन्म जयन्ती का लोगो(स्मृति चिन्ह)भेंट किया। परम्पराचार्य श्री प्रज्ञसागर जी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में नव्य भारत सदाचार की नई वर्णमाला लिख रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत भ्रष्टाचार और निराशा के दौर से उबर रहा है क्योंकि 25 करोड़ से अधिक भारतीय गरीबी से बाहर आ गए है। उन्होंने कहा कि केवल 10 साल पहले ही हमारे देश में कैसा महौल था, यह सबको पता है। चारों तरफ निराशा, हताशा और ये मान लिया गया था कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता। भारत में ये निराशा, ‘भारतीय संस्कृति के लिए भी उतनी ही परेशान करने वाली बात थी। इसलिए 2014 के बाद हमने भौतिक विकास के साथ ही विरासत पर गर्व का संकल्प भी लिया। आज हम भगवान महावीर का 2550वां निर्वाण महोत्सव मना रहे है। आज देश की नई पीढ़ी को ये विश्वास हो गया है कि हमारी पहचान हमारा स्वाभिमान है। जब राष्ट्र में स्वाभिमान का ये भाव जाग जाता है, तो उसे रोकना असंभव हो जाता है। भारत की प्रगति इसका प्रमाण है।
इस मौके पर उपाध्याय श्री रवींद्र मुनिजी ने कहा कि महावीर का दर्शन युगों-युगों तक विश्व का मार्गदर्शन करेगा। साध्वी सुलक्षणा श्री ने कहा कि जगत कल्याण के लिए निकले महावीर ने महिला सशक्तिकरण कर उन्हें समता का अधिकार दिया। साध्वी अणिमाश्री ने कहा कि महावीर मानवता के महानायक थे। भगवान महावीर मेमोरियल समिति के अध्यक्ष कन्हैया लाल पटावरी पी एम को शाल ओढ़ाकर व श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भगवान महावीर २550वां निर्वाण महोत्सव समिति के अध्यक्ष गजराज जैन गंगवाल ने भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा भेंट कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का स्वागत किया।
इस भव्य समारोह का आयोजन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय तथा भगवान महावीर २550वां निर्वाण महोत्सव समिति एवं भगवान महावीर मेमोरियल समिति के संयुक्त तत्वावधान में संयोजन किया गया।¬¬
स्वराज जैन,
टाइम्स आॅफ इण्डिया
9899614433

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