20 अगस्त बुधवार 2025
दिगंबर जैन नसियां देई ग्राम में वर्षा योग कर रहे आचार्य इंद्र नंदी जी महाराज के परम शिष्य
बालाचार्य निपुण नदी निर्मल नदी नाभि नंदी जी महाराज चार आर्यिका को चातुर्मास अपार धर्म प्रभावना से संपन्न हो रहा है
नैनवा समाज के सैष्टियों में विनोद बरमुंडा शैलेंद्र मारवाड़ा जैन गजट पत्रकार महावीर सरावगी मोहन मारवाड़ा ललित मास्टर नेती कागला टोनी मित्तल वर्षा योग समिति देई द्वारा तिलक माला दुपट्टा पगड़ी लगाकर स्वागत सम्मान किया
बालाचार्य निपुण नंदी महाराज ने बताया
साधु की वर्या वर्ती एक धर्म मार्ग है
मुनि ने बताया की साधु के हाथ पैर दबाना वैया वर्ती नहीं है बल्कि उनके आहार विहार पैदल उनके साथ चलना किसी भी परिस्थितियों के अंदर साधु का सहयोग करना
पैदल विहार में साथ चलना यह सब गुण कहलाते हैं
साधु की वैया वर्ती करने में मुनि ने श्री कृष्ण का उदाहरण देकर बताया
नाभि नंदी महाराज ने बताया
भगवान अरिहंत कीभक्ति करके संसार का प्राणी मोक्ष मार्ग प्राप्त कर सकता है भाव का होना बहुत जरूरी बताया आचार्य भक्ति करने से तीर्थंकर पदवी प्राप्त कर लेता है
इस संसार का प्राणी धर्म रूपी हीरे मोती छोड़कर कंकड़ पत्थर उठा रहा है धर्म का मार्ग हीरे मोती का मार्ग है संसार की भोग की क्रियाएं कंकड़ पत्थर है
मुनि यह भी बताया नेमिनाथ भगवान की शादी जब जूनागढ़ पहुंचे तो 56 करोड़ बाराती साथ में थे बारातियो के भोजन के लिए बाढे में पशुओं को इकट्ठा किया गया था नेमिनाथ के कानों में पशुओं की आवाज सुनते ही उन्होंने वैराग्य धारण कर लिया कर लिया और पर्वत पर चले गए
धर्म मनुष्य की सबसे बड़ी पहचान मुनि ने बताई धर्म ही मनुष्य का सबसे बड़ा आभूषण मुनि ने बताया
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान