बी. डब्ल्यू. जी. की श्रेणी में आने वाले संस्थान कचरे का स्वयं करें निपटान, कंपोस्ट पिट से तैयार करें खाद
निगम की टीम ने होटलों का किया निरीक्षण, बी. डब्ल्यू. जी. के नियमों का अनुसरण करने के दिए निर्देश
यमुनानगर, 3 मार्च (डा. आर. के. जैन):
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 पर सर्वश्रेष्ठ रैंक के लिए नगर निगम द्वारा विभिन्न गतिविधियों की जा रही है। इसी कड़ी में सी. एस. आई. सुनील दत्त ने नगर निगम की टीम के साथ सौ किलोग्राम से अधिक अपशिष्ट पैदा करने निजी होटलों का निरीक्षण किया। यह होटल थोक अपशिष्ट जनरेटर अर्थात बी. डब्ल्यू. जी. (बल्क वेस्ट जनरेटर) की श्रेणी में आते हैं। निरीक्षण के दौरान निगम की टीम ने होटल व संस्थानों के प्रबंधकों से बैठक की और उन्हें संस्थान व होटल से निकलने वाले कचरा का स्वयं निपटान करने व कंपोस्ट पिट के माध्यम से खाद तैयार करने के निर्देश दिए। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 के मुताबिक सौ किलोग्राम से अधिक कचरा पैदा करने वाली इकाइयों को बी. डब्ल्यू. जी. माना जाता है। निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर सी. एस. आई. सुनील दत्त के नेतृत्व में निगम की टीम ने बल्क वेस्ट जनरेटर के तहत आने वाले होटलों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम बल्क वेस्ट जनरेटर के तहत आने वाले होटलों, रेस्टोरेंट, बैंकेट हॉल, अस्पताल, शिक्षण संस्थान, धार्मिक संस्थान, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च और डेरों का भी निरीक्षण करेगी। इसलिए सभी प्रबंधक अपने संस्थान से निकलने वाले कचरे का अपने स्तर पर निपटान करें। रसोई वेस्ट व गीले कचरे से कंपोस्ट पिट के माध्यम से खाद तैयार करें। जिन बी. डब्ल्यू. जी. में कंपोस्ट पिट नहीं है, वे कंपोस्ट पिट बनाकर कचरे का निपटान करना सुनिश्चित करें। सूखे कचरे का निपटान एप्रूव्ड एजेंसी के माध्यम से करें। लॉक बुक में प्रतिदिन निकलने वाले गीले, सूखे कचरा का रिकार्ड रखें। पानी को ट्रीट करके ही सीवरेज में डालें। गीले, सूखे, प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक, कपड़े आदि कचरे के लिए अलग अलग डस्टबिन का प्रयोग करें। ब्रांड एंबेसडर शशी गुप्ता ने शहरवासियों से अपील की कि यह शहर हम सभी का है। हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है कि अपने शहर को साफ और सुंदर बनाने में सहयोग दे और हर व्यक्ति सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट 2016 के नियम का अनुसरण करें। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम किसी भी वार्ड के किसी भी घर का निरीक्षण कर सकती है। घर के अलावा औद्योगिक क्षेत्र का भी जायजा लिया जाएगा। इसलिए शहर को स्वच्छ बनाने के लिए शहरवासी घर के साथ अपने आसपास के क्षेत्र को भी साफ व सुंदर बनाने में सहयोग करें। इसके अलावा टीम बी. डब्ल्यू. जी. के अंतर्गत आने वाले स्कूलों, होटलों, मैरिज पैलेस, बैंकेट हॉल व अन्य संस्थानों का निरीक्षण करेंगी। निगम अधिकारी स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर किए जाने वाले सभी कार्य जल्द निपटाएं। शौचालयों की सफाई व लाइट व्यवस्था बेहतर बनाए रखें। एम. आर. एफ. सेंटर व ट्रिपल आर सेंटर, पार्कों के सौंदर्यीकरण व वाल पेंटिंग कर शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाए।
फोटो नं. 2 व 3 एच.
शहर के निजी होटल का निरीक्षण करते सी. एस. आई. सुनील दत्त व अन्य………………….(डा. आर. के. जैन)
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