हजारों भक्त रहे उपस्थित, सभागृह में विराजे. समाधिस्थ गणाचार्य विरागसागर महाराज के संघ के मुनिश्री विहीतसागर महाराज सहित 21 साधुमहाराज
औरंगाबाद के अरिहंतनगर जैन मंदिर में चातुर्मास कलश स्थापना समारोह संपन्न
शहर संवाददाता | छत्रपति संभाजीनगर
श्री 1008 युग प्रवर्तक आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर अरिहंतनगर में समाधिस्थ गणाचार्य विरागसागर महाराज के संघ के मुनिश्री विहीतसागर महाराज सहित 21 साधु संतों के चातुर्मास के अवसर पर उनके सानिध्य में 21 जुलाई की सुबह 6.30 बजे अरिहंतनगर जैन मंदिर में आचार्य परमेष्ठी विधान आयोजित किया गया था। बाद में अरिहंतनगर जैन मंदिर से मित्रनगर गार्डन तक चातुर्मास कलश की शोभायात्रा निकाली गई।
गुरुदेव की अष्टद्रव्य से पूजा
दोपहर एक से शाम 5 बजे के बीच भव्य चातुर्मास कलश स्थापना व गुरु पूर्णिमा का आयोजन किया गया। शहर के विभिन्न मंडलों की ओर से गुरुदेव की अष्टद्रव्य से पूजा
गुरु शब्द में ब्रह्मांड से भी अधिक शक्ति छुपी
इस अवसर पर मुनिश्री गणधर मुनि विवर्धनसागर महाराज ने भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि संसार में गुरु का महत्व विशेष है। केवल गुरु शब्द कहने से आंखों के सामने ऐसे व्यक्ति की प्रतिमा निर्माण होती है, जो सर्वश्रेष्ठ है। गुरु शब्द में पूरे ब्रह्मांड से भी अधिक शक्ति छुपी हुई है। कारण आत्मा का अनंत ज्ञान व शक्ति का भंडार गुरु के बिना तीनों काल में संभव नहीं। गुरु ने आगे कहा कि गुरु के बिना भोजन नमक न होने के समान है। कार्यक्रम के लिए अरिहंतनगर, बालाजीनगर, सिडको, हडको, मोहनलालनगर, रामनगर, चिंतामणी कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, राजाबाजार सहित लासूर, एलोरा, कचनेर, पैठण, देवगांव रंगारी, नाशिक, मालेगांव, राजस्थान आदि स्थान के हजारों भक्त उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गणाचार्य विरागसागर गुरुदेव वर्षायोग समिती 2024, श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर विश्वस्थ और महिला मंडल ने विशेष परिश्रम किया।
की गई। महिला मंडल की ओर से गुरुदेव की झांकी प्रस्तुत की गई। धर्मध्वजारोहन पांडे परिवार ने किया। उपस्थित हजारों भक्तो को महाप्रसाद की व्यवस्था की गई थी। अतिथियों की ओर से सभा में दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उसी तरह मुनिश्री विहीतसागर महाराज ससंघ के चातुर्मास कलश की स्थापना की गई। मुख्य कलश विरागसिंधु कलश का मान पाटनी परिवार को प्राप्त हुआ। भगवान आदीनाथ कलश संतोष अजमेरा अरिहंत नगर जैन मंदिर के अध्यक्ष को प्राप्त हुआ। उसी तरह भगवान महावीर कलश राजस्थान के भक्त को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में पालकमंत्री सांसद संदीपान भूमरे, उपमहापौर राजू शिंदे, दामूअण्णा शिंदे आदि उपस्थित थे। भूमरे ने आचार्य विरागसागर महाराज के समाधि स्थल को सुशोभित करने के लिए जितनी भी निधि की आवश्यकता होगी, उसके लिए मदद करने का आश्वासन दिया। नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल औरंगाबाद