असीम पुण्य संचय से डीग जिले में होंगे दो पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव

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*प्राकृत भाषा चक्रवर्ती आचार्य वसुनंदी महाराज ससंघ का होगा पावन सानिध्य*
*पार्श्वनाथ जैन मंदिर डीग व नेमीश्वर धाम जुरहरा में होगा प्रतिष्ठा महोत्सव*
राजस्थान के पूर्वी सिंह द्वार पर स्थित उत्तर प्रदेश व हरियाणा की सीमाओं से सटे हुए डीग जिले में बड़े पुण्य के संचय से आगामी दिवसों में प्राकृत भाषा चक्रवर्ती परम पूज्य अभिक्षण ज्ञानोपयोगी आचार्य श्री वसुंनंदी जी महा मुनिराज ससंघ के सानिध्य में दो-दो भव्य दिव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ संपन्न होंगे।
 डीग जैन समाज के अध्यक्ष गोपाल प्रसाद जैन व महामंत्री वीरेंद्र जैन के अनुसार पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन प्राचीन मंदिर जी का नवीन सिरे से जीर्णोद्धार का कार्य कराया गया है जिसे राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के पत्थर से भव्य व आकर्षक छवि प्रदान की गई है विगत तीन साल से निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है तीन शिखर बद्ध वेदियो का निर्माण कर मानस्तम्भ भी निर्मित किया गया है। मन्दिर जी मे नूतन प्रतिमाएं विराजमान होनी है अतः पाषाण को भगवान बनाने की क्रियाओं को पूर्ण कराने के लिए आगामी 26 फरवरी से 2 मार्च तक पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
     राजस्थान के अंतिम छोर पर स्थित धार्मिक व उत्सवों की छोटी सी नगरी जुरहरा में समाधिस्थ आर्यिका पदम नंदनी माताजी का दिवा स्वप्न नेमीश्वर धाम के रूप में साकार रूप ले रहा है मन्दिर समिति के महेंद्र जैन व पंचकल्याणक प्रतिष्ठा के अध्यक्ष जयंती जैन के अनुसार भव्य पद्मासन नेमिनाथ भगवान की नूतन प्रतिमा पूर्व में ही विराजमान हो चुकी है इसके साथ ही मानस्तम्भ व सन्त भवन आदि का निर्माण भी पूर्ण हो चुका है आगामी 5 मार्च से 9 मार्च तक पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। धर्म जागृति संस्थान के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री संजय जैन बड़जात्या ने बताया कि एक वर्ष की समयावधि के दौरान तीन प्रतिष्ठाये पूर्णता की ओर है पूर्व में 28 फरवरी से 4 मार्च तक कामां में आचार्य श्री सुनील सागर महाराज ससंघ सानिध्य में वृहद पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न हुआ था।स्थानीय समाजो के साथ साथ आसपास की समाजों में भी विशेष उत्साह नजर आ रहा है

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