अहमदाबाद से 140 किलोमीटर दूर स्थित तरंगा हिल्स को जैन मंदिरों के लिए जाना जाता है। इस पहाड़ी को जैन सिद्ध क्षेत्र कहा जाता है। पहाडी पर 5 दिगंबर और 5 श्वेतांबर मंदिर बने हुए हैं। माना जाता है कि इन पहाड़ियों के शिखर पर अनेक संतों ने मोक्ष प्राप्त किया था। 12वीं शताब्दी में यहां श्वेतांबर सोलंकी राजा कुमारपाल ने भगवान अजितनाथ के सम्मान में यहां एक खूबसूरत मंदिर का निर्माण करवाया था।
मंदिर के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को पीएम श्री नरेंद्र मोदी ने ‘तारंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड’ रेल परियोजना की स्वीकृति देकर एक बड़ी सौगात दी है। इसकी स्वीकृति से जैन अल्पसंख्यक समुदाय की लगभग 92 साल पुरानी मांग पूरी होगी। अब यहां आने वाले श्रद्धालुगणों को इस नयी रेल लाइन बनने के बाद आने-जाने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इसी के साथ इस नयी रेल परियोजना के बाद इन दोनों तीर्थक्षेत्रों का पुनरुत्थान के साथ इस क्षेत्र का चहुंमुखी विकास गति पकड़ेगा। तारंगा हिल जैन समाज के लिए बेहद खास है। इस हिल पर लगभग 19 अति प्राचीन मंदिर हैं, इनमें से एक प्रमुख मंदिर जैन धर्म के दूसरे तीर्थकर भगवान अजितनाथ का है।