कभी कभी दूसरों की सुख शांति प्रेम प्रसन्नता उन्नति देखकर, आदमी बीमार हो जाते हैं… आचार्य श्री प्रसन्न सागरजी औरगाबाद नरेंद्र /पियुश जैन अंतर्मना आचार्य श्री प्रसन्न सागरजी महाराज की उत्तराखण्ड से बद्रीनाथ हरिद्वार तरुणसागरम अहिंसा संस्कार पदयात्रा चल रहा है आज हरिद्वार से दिल्ली हायवे पर भारत गौरव साधना महोदधि सिंहनिष्कड़ित व्रत कर्ता अन्तर्मना आचार्य श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज एवं सौम्यमूर्ति उपाध्याय 108 श्री पीयूष सागर जी महाराज ससंघ का पदविहार
मेपल्स एकेडमी, हरिद्वार-दिल्ली हाईवे, देवबंद आउटर, उत्तरप्रदेश से से एस के ग्रुप ,रोहण ,मुजफ्फरपुर उत्तरप्रदेश दुरी-09 .6 km के लिए हूआ विहार दरम्यान तपाचार्य आचार्य अंतर्मना गुरुदेव श्री 108 प्रसन्न सागरजी महाराज के केशलोंच सम्पन्न हुआ और
आज लगातार दुसरा उपवास है
_ एसके गुप्र, रोहण , हरिद्वार दिल्ली हाईवे, मुजफ्फरनगर रोड, उत्तर प्रदेश_
27 मई 2025, मंगलवार उपस्थित गुरु भक्तों को संबोधित करते हुए आचार्य श्री प्रसन्न सागरजी महाराज ने कहा कि
प्रभाव दमदार होने से बेहतर है..स्वभाव का दिलदार या उदार होना..! घर बहुत बड़े हैं, पर परिवार नहीं।शिक्षा बहुत है, पर तमीज नहीं।दवाई बहुत महंगी है, पर आरोग्यता नहीं।मंगल ग्रह तक जाना है, पर पड़ोसी का पता नहीं।आमदनी बहुत है, पर मन की शांति नहीं।ज्ञान बहुत है, पर विवेक नहीं।प्रेम सम्बन्ध बहुत है, पर लगाव नहीं। फेसबुक पर 35 सौ दोस्त है, पर भाई से बातचीत नहीं।
भारत में इंसान बहुत है, पर इंसानियत नहीं। घडियाँ सबके पास है, पर समय किसी के पास नहीं।
ध्यान रखना बाबु — बीमार होने की वजह बीमारी हो, यह जरूरी नहीं है..कभी कभी दूसरों की सुख शांति प्रेम प्रसन्नता उन्नति देखकर, आदमी बीमार हो जाते हैं…!!! नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल औरंगाबाद