*अमरकंटक*। *वेदचन्द जैन* ।
संसार को असि मसि कृषि की कला सिखाकर जीने की राह बताने वाले परम् उपकारी आदि तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव का जन्म और तपकल्याणक महापर्व सर्वोदय तीर्थ अमरकंटक में श्रद्धा भक्ति के साथ तीन अप्रेल को मनाया जायेगा।
युगदृष्टा संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की कल्पना भावना और आशीर्वाद की अनुपम कृति है अमरकंटक में निर्मित भगवान आदिनाथ का भव्य जिनमंदिर, राजस्थान के लालपत्थरों की शिल्प और स्थापत्य कला को देख दर्शक भावविभोर हो जाते हैं।जिनालय में स्थापित अष्टधातु की संसार में सर्वाधिक वजनी मनोज्ञ प्रतिमा के दर्शन से दर्शनार्थी को अपूर्व शांति की अनुभूति होती है।
तीन अप्रेल को भगवान आदिनाथ के जन्म और तपकल्याणक दिवस पर प्रातः शांतिधारा अभिषेक पूजन विधान संध्या में भक्तामर पाठ आरती की जायेगी।इस अवसर पर समीपस्थ समाज के जैन धर्मावलंबी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पावन कार्यक्रम में भाग लेगें।
*वेदचन्द जैन*