अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद के तत्वाधान में आयोजित जैन ज्योतिष जिज्ञासा समाधान कार्यक्रम में

0
230

प. पू. आचार्य श्री 108 सुनील सागर जी महाराज ने कहा कि जैन ज्योतिष आज की आवश्यकता है तथा परिषद ने जो जैन ज्योतिष को विश्व पटल पर अंकित कराने का संकल्प उठाया है, वह वास्तव में सराहनीय है।

ऋषभ विहार दिल्ली में चातुर्मास हेतु विराजित परम पूज्य प्राकृत केसरी आचार्य सुनील सागर जी महाराज (ससंघ) के पावन सानिध्य में अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद को
पूर्वाचार्यों के चित्र अनावरण एवं अर्घ्य समर्पण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मंगलाचरण
पंडित श्री महावीर प्रसाद जैन (आगरा वाले) ने किया। डॉ. पं. श्री अरविंद जैन आदर्श रोहणी दिल्ली ने गण्डमूल नक्षत्र, पंडित रत्न श्री दीपक जैन शास्त्री कृष्णा नगर दिल्ली ने संस्कार संरक्षण में ज्योतिष का महत्व, पंडित विमल जैन शास्त्री जी ने णमोकार महामंत्र से नवग्रह शांति, कमल जैन साहिबाबाद ने जीवन में मुहूर्त का महत्व, पंडित श्री मुकेश जैन विनम्र गुरुग्राम ने कुंडली में मंगल का प्रभाव आदि विषय पर अपने विचार रखे। अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री रवि जैन गुरुजी ने कहा कि आचार्य श्री के आशीर्वाद से ही परिषद पहली बार देश की सीमाओं से बाहर नेपाल काठमांडू में अपना तृतीय स्थापना दिवस मनाने जा रही है जहां पर जैन ज्योतिष को लेकर विशेष चर्चा होगी और नेपाल के राष्ट्रपति भवन में महामहिम राष्ट्रपति महोदय से भी जैन धर्म एवं जैन ज्योतिष को लेकर चर्चा की संभावना है।
अध्यक्ष श्री रवि जैन गुरुजी ने सभी नौ ग्रहों का महत्व बताते हुए उनकी शांति के उपाय बताएं और सभी ग्रहों पर गुरु को प्रबल बताया उन्होंने कहा कि अगर कुंडली में गुरु ग्रह प्रबल है तो बाकी खराब ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन पर कम पड़ता है।
आचार्य श्री 108 सुनील सागर जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि परिषद को मंगल आशीर्वाद देते हुए कहा कि परिषद ने एक बहुत महत्वपूर्ण कार्य का बीड़ा उठाया है । जैन ज्योतिष अनादि काल से है और उसका प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता है, अगर हम सही ढंग से प्रचार-प्रसार करेंगे तो निश्चित रूप से आज के भौतिकवादी युग में इसका बहुत लाभ लिया जा सकता है।

कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमान देवेन्द्र कुमार जैन साहब ने बहुत सुंदर ढंग से किया।
इस अवसर पर कोषाध्यक्ष सुमेर चन्द जैन, सुशील जैन दिल्ली, पं. संजय जैन पावला, पंडित प्रदीप जैन पंडित संजय जैन पंडित धीरज जैन, ऐ के जैन अरुण जैन आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी ज्योतिषाचार्यों विद्वानों का श्री दिगम्बर जैन सभा (रजि.) ॠषभ विहार, दिल्ली ने सभी विद्वानों का अंगवस्त्र एवं आचार्य श्री के द्वारा सृजित साहित्य प्रदान कर सम्मानित किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here