39 वा अभिनंदनीय वर्षा योग 2023
अहमदाबाद महानगर के श्री अजितनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चा.च.प्रथमाचार्य श्री शांतिसागर जी गुरुदेव की अक्षुण्ण मूल पट्ट परंपरा के षष्टम पट्टाधीश भारतगौरव समाधिसम्राट विद्यागुरु आचार्य भगवन् श्री अभिनंदनसागर जी एवं समाधिस्थ श्रमण शिरोमणि दीक्षागुरु श्री दयासागर जी गुरुदेव की सुशिष्या एवं गुरु हस्तेन पट्टासीन सप्तम पट्टाचार्य श्री अनेकांतसागर जी मुनिराज की अज्ञानुवर्तिनी गुरुपरंपरा गौरव आगमिक प्रखरवक्ता चर्याशिरोमणि गणिनी आर्यिकारत्न श्री सुभूषणमति माताजी (ससंघ) का 23 जून 2023 को वर्षायोग हेतु मंगल प्रवेश हुआ। आषाढ़ शुक्ल चतुर्दशी 2 जुलाई रात्रि के प्रथम प्रहर में आगमानुकूल वर्षायोग प्रतिष्ठापना एवं मंगल कलश स्थापना की गई । 3 जुलाई गुरुपूर्णिमा के पावन प्रसंग पर गुरु मां का पादप्रक्षालन- पूजन एवं 4 जुलाई “वीरशासन जयंती” पर भगवान महावीर स्वामी का अभिषेक व पूजन आदि विविध कार्यक्रम भक्ति व उत्साह पूर्वक गुरुभक्तों द्वारा संपन्न किए गए ।
त्रिदिवसीय कार्यक्रम पर प. पू.गणिनी आर्यिका श्री की “सुभूषण वाणी”
○ वर्षा योग कार्यक्रम नहीं,एक अनुष्ठान है । जिस प्रकार जिनशासन अनादि काल से है, ठीक उसी प्रकार वर्षा योग भी अनादिकालीन परंपरा है ।
○साधु करते वर्षा योग,पाकर गुरु का संयोग- आप भी करें भक्ति योग। जहां भक्तियोग होता है,वहां मन-वचन- काय तीनों योग सुधर जाते हैं।
○ पीछी कमंडल देखकर नमोस्तु करो ।साधु के नगर में आने पर श्रावक धर्म का एवं गुरु के साथ शिष्य धर्म का पालन करो।
○ आपकी पहचान महावीर से है- यह सच है, पर महावीर की पहचान आपके आचरण से है।आपके आचरण में जैनत्व झलकना चाहिए ।