46 दिवसीय अनुष्ठान हुआ सम्पन्न
तीर्थक्षेत्र कमेटी के पदाधिकारियों का सम्मेलन एवं वर्णी विकास संस्थान का हुआ सपथग्रहण समारोह
ललितपुर। अरनाथ भगवान के अतिशय से सम्पन्न प्रागैतिहासिक तीर्थक्षेत्र नवागढ़ का नवागढ़ महोत्सव 46 दिवसीय जाप्यानुष्ठान, अरनाथ मंडल विधान का समापन, सामूहिक पूर्णाहुति के साथ सभी विधानकर्ता परिवारों की प्रमुख उपस्थिति में क्षुल्लक श्री नयसागर जी महाराज के सान्निध्य में अगाध श्रद्धा पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस मौके पर वर्ष में एकबार होने वाला मूलनायक अरनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक करने श्रद्धालु उमड़ पड़े।
सम्पूर्ण आयोजन ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत भैया जी, ब्रह्मचारिणी मीना दीदी के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
महामस्तकाभिषेक में उमड़े श्रद्धालु : नवागढ़ तीर्थक्षेत्र कमेटी के प्रचारमंत्री डॉ सुनील संचय ने बताया कि वर्ष में एकबार होने वाले महा मस्तकाभिषेक का 500 से अधिक श्रद्धालुओं ने सौभाग्य प्राप्त किया ।प्रमुख कलश करने का सौभाग्य श्रीमती प्रियंग सुंदरी, सविता जैन कविता गंगवाल, अमित जी जैन, सुमित जी जैन परिवार करनाल ने प्राप्त किया।
द्वितीय सौभाग्य पुष्प परिवार के श्री शिखरचंद्र सिंघई, डॉक्टर उत्तम चंद्र जी, श्री राजकुमार जैन, ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत एवं डॉक्टर प्रदीप जैन पुष्प परिवार को प्राप्त हुआ। तत्पश्चात क्रमशः सभी ने उत्साह उमंग पूर्वक भगवान का मस्तकाभिषेक करते हुए अपने जीवन को कृतकृत्य किया।इस अभिषेक में श्री नवागढ़ गुरुकुलम के छात्रों ने अंशदान करते हुए अभिषेक का सौभाग्य प्राप्त किया ।
धातु चंदौबे से सुशोभित हुए अरनाथ भगवान :
प्रागैतिहासिक अतिशय क्षेत्र नवागढ़ में विराजित सातवीं सदी के जिनालय के साथ भूप्रगटित अतिशयकारी मनोकामना पूर्ण श्री अरनाथ स्वामी के गर्भ गृह में उनके गर्भकल्याणक की पावन बेला में 46 दिवसीय विशेष जाप अनुष्ठान के पश्चात् धातु चांदोबा लगाने का सौभाग्य श्री सिंघई हीरालाल जी एवं एडवोकेट सनत कुमार जी कुम्हेडी़ वाले ललितपुर वालों के परिवार को प्राप्त हुआ।
आराधना सौभाग्य : 46 दिवसीय विशेष जाप अनुष्ठान में समस्त पदाधिकारियों के साथ-साथ देश- विदेश के श्रद्धालुओं ने अरनाथ स्वामी के श्री चरणों में जाप अनुष्ठान एवं विधान करने का सौभाग्य प्राप्त किया । इस अनुष्ठान में लोगों ने अपने शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं पारिवारिक समस्याओं का श्री अरनाथ भगवान के चरणों में आराधना करकेअर्जित पुण्य से समाधान प्राप्त किया। नवागढ़ समिति ने सभी विधान कर्ता परिवारों को अभिमंत्रित कलश प्रदान करने का भाव बनाया, जिससे उस परिवार की श्रद्धा हमेशा अमरनाथ भगवान के चरणों से जुड़ी रहे और वह समय-समय पर आराधना करते हुए अपने पुण्य का वर्धन कर सकें।
पूर्णयार्जन : समस्त योजना में उपस्थित होने वाले त्यागी व्रतियों एवं श्रावक श्राविकाओं की भोजन व्यवस्था का सौभाग्य कीर्तिशेष नरेंद्र कुमार जी श्रीमती गीता जैन की पुण्य स्मृति में श्री अनुपम जैन मीनाक्षी जैन लोक विहार दिल्ली ने सौभाग्य प्राप्त किया।
पूजा द्रव्यपुण्यार्जन : श्रीमती रीना जैन मनोज जैन महेंद्रु एनक्लेव, सुश्री रिद्धि जैन सुपुत्री विपिन जैन सविता जैन योजना बिहार, श्री राकेश कुमार अरिहंत कुमार सोनीपत ने प्राप्त किया।
मंगल सान्निध्य : शुभारंभ के पावन दिवस पर वाक्य केसरी आचार्य विनिश्चय सागर महाराज के शिष्य प्रवर सागर ससंघ, संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के साधक शिष्य क्षुल्लक नय सागर महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ।
अनुष्ठान विधि : समस्त अनुष्ठान ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत के निर्देशन में ब्रह्मचारिणी मानी दीदी द्वारा संपादित की गई। सहयोगी पंडित श्री अजित कुमार जी, जयकुमार विनम्र बड़ागांव संतोष जैन शाहगढ़, पंडित मनीष जैन संजू टीकमगढ़, पंडित सोमचंद शास्त्री आदि विद्वानों के मंगल सानिध्य में पूर्ण किया गया।
विघ्न विनाशक पूर्णाहुति : अनुष्ठान के समापन दिवस पर समस्त विधान कर्ताओं के सान्निध्य में श्री अरनाथ महामंडल विधान के साथ 300 से अधिक श्रद्धालुओं ने आहुति समर्पण करके शारीरिक, मानसिक, पारिवारिक एवं धार्मिक आर्थिक समस्याओं का निदान करते हुए निदान प्राप्त किया।
समापन समारोह : समापन मांगलिक अनुष्ठान विधि पंडित प्रदीप कुमार जैन, अजित कुमार जी बड़ागांव, मनीष जैन संजू एवं संतोष जी शाहगढ़ ने संपन्न की, जिससे अनुष्ठान श्रद्धा समर्पण के साथ संयम साधना एवं व्रतग्रहण, स्वाध्याय नियम के साथ संपन्न हुआ। दोपहर में में वर्णी संस्थान विकास सभा का शपथ ग्रहण समारोह श्री डॉक्टर हरिश्चंद्र की की अध्यक्षता एवं चंद्रेश शास्त्री भोपाल के संचालन में संपन्न हुआ ।
सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत के माध्यम से देव शास्त्र गुरु को साक्षी मानते हुए वर्णी जी के सिद्धांतों को जीवन में अंगीकार करते हुए उनके द्वारा चलाए गए सभी आयामों को पूर्ण करने का संकल्प किया।
क्षेत्रीय तीर्थक्षेत्रों के पदाधिकारियों काअधिवेशन : क्षेत्रीय पदाधिकारी के माध्यम से तीर्थक्षेत्र में होने वाली विसंगतियां एवं असामाजिक तत्वों द्वारा होने वाले उपद्रव एवं अतिक्रमण को रोकने के लिए समस्त बुंदेलखंड के तीर्थ क्षेत्रों को सम्मिलित करते हुए एक महासभा बनाने का प्रस्ताव रखा गया।
सम्मेलन में समाज श्रेष्ठी संतोष कुमार की घड़ी, देवेंद्र कुमार लुहारी, सुभाष चौधरी, मनोज कुमार बंगेला सागर नैनागिर श्री महेंद्र कुमार जी भूसा पजनारी, बीके जैन डीएफओ , इंजीनियर हुकुमचंद करगुवां झांसी, अजित कुमार वैसा, अनिल कुमार एडवोकेट टीकमगढ़ , राजकुमार पठा, विमल कुमार दरगुवां आहार जी, शिखर चंद्र सिलोनिया मड़ावरा मदनपुर, डी के सराफ मड़ावरा, सुरेंद्र कुमार भगवां पार्श्व गिरी, हुकुमचंदहटैया, प्रकाश सिंघई प्रसन्न चौधरी बड़ागांव, डॉक्टर श्रेयांश कुमार ककरवाहा कारीटोरन, संजय कुमार , अखिलेश कुमार गिरार, कपूरचंद जी गौना जी आदि बुंदेलखंड के विभिन्न तीर्थक्षेत्रों के पदाधिकारी उपस्थित रहे । सभी ने पूर्ण सहमति से प्रस्ताव पारित किया।
स्वागत एवं सत्कार : सभी क्षेत्रों के पदाधिकारियों श्रेष्ठियों एवं वर्णी संस्थान के विद्वानों का शाल श्रीफल एवं माला द्वारा सत्कार का सौभाग्य नवागढ़ अतिशय क्षेत्र एवं श्री नवागढ़ गुरुकुलम के पदाधिकारियों को प्राप्त हुआ।
संचालन महामंत्री वीर चंद जैन नेकोरा किया।
स्वागत ब्र. जय कुमार निशान्त निर्देशक , अध्यक्ष एडवोकेट सनत जैन ललितपुर आदि ने किया।