प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज/
महावीर सरावगी जैन गजट संवाददाता द्वारा नैनवा
बड़ागांव जिला टीकमगढ़ मध्य प्रदेश वर्षा योग कर रहे आचार्य विराग सागर महाराज के परम शिष्य श्रवण रन प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज ने अपार धर्म सभा को संबोधित करते हुए बताया
आज का मनुष्य नाना प्रकार से बेईमानी से धन कमाकर इकट्ठा करता है वह धन परिवार को कभी सुख शांति नहीं देता मुनि ने यह भी बताया कि सच्चे देव शास्त्र गुरु का श्रदानं नहीं करने से दर्द की ठोकरे खाता हुआ मनुष्य आज फिर रहा है
मकान बदलते हैं कभी गांव बदलते हैं ऐसे लोगों के जीवन में तो कभी सुख शांति होती है नहीं पुत्र पुत्री रूपी व्यापधिया देवी देवताअपनी तरफ खींच कर ऐसे भटकते फिरते हैं
उसे जीवन में सुख शांति नहीं आने पर मुनि के चरणों में आकर गिड़गिड़ा ते हैं
महाराज जी मैं बहुत परेशान हूं कुछ उपाय बताइए मैंने कहा इस संसार में सुख शांति तभी प्राप्त होगी मनुष्य गुरु के बताए मार्ग पर चलेगा
बीना मार्ग पथगामी इस संसार में भटकता ही रहेगा उसकी मंजिल में भटकना लिखा है तो भगवान और गुरु केवल मार्ग ही बता सकते हैं चलना तो उसे होगा ऐसा मुनि ने अपार जनसमूह को को संबोधित करते हुए बताया
मुनि के प्रवचनों को सुनने अपार भक्तों की भीड़ उमर थी प्रतिदिन प्रात 8:30 बजे
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान