उत्तम सत्य धर्म – सत्य बोलना और हितकारी वाणी का प्रयोग करना
ष्अजमेर 1 सितम्बर, 2025 दिगम्बर जैन समाज का प्रमुख पर्व दसलक्षण धर्मश्रृंखला के अन्तर्गत आज पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म का अर्थ -उत्तम सत्य धर्म का अर्थ – यह केवल असत्य न बोलने तक सीमित नहीं है, बल्कि ऐसी वाणी बोलना है जो शुद्व, मधुर और अहिंसक हो । जब हम झूंठ, मिथ्या और कटु वचन का त्याग करते है, तब आत्म निर्भय और स्थिर बनती है । सच्ची शान्ति तभी आती है जब हमारे शब्द ईमानदारी और करूणा से भरे हो ।
अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा अजमेर संभाग के महामंत्री कमल गंगवाल व संभाग संयोजक संजय कुमार जैन ने बताया कि आज सोनीनगर जैन मन्दिरजी में डाॅ. राजकुमार गोधा ने अपने उद्बोधन में कहा कि -सत्य धर्म का अर्थ केवल सच बोलना ही नहीं, बल्कि सत्य का अनुभव करना और उस अनुभव को अपने व्यवहार, वाणी और भावना में लाना है । यह जीवन का स्वभाव और हर प्राणी का आन्तरिक गुण है, जो सभी के लिए करूणा, न्याय और ईमानदारी का मार्ग प्रषस्त करता है ।
गंगवाल व जैन ने बताया कि आज प्रातः सभी जिन मन्दिरजी, नसियांजी, कालोनियों के मन्दिर, अतिषय क्षेत्र पर पुण्यार्जक परिवारों द्वारा जिनेन्द्र अभिषेक एंव वृहदषान्तिधारा सभी श्रीजी भगवान पर की गई । तत्पष्चात दसलक्षण महामंडल विधान के मांडने पर दस धर्म के अन्तर्गत आज नित्य नियम पूजन, पंचमेरू पूजन, नवदेवता पूजन, सोलहकारण पूजा, दसलक्षण धर्म पर पूजा, उत्तम सत्य धर्म पर पूजा की गई और मांडने पर अष्टद्रव्य श्रावकों द्वारा समर्पित किये गये तत्पष्चात जिन्होंने पांच उपवास की साधना की उन सभी ने जिनेन्द्र देव के दर्षन करने के लिये अपने अपने निवास से बग्गी, ढोल धमाकों के साथ जुलूस के रूप में तालोडी निकाल कर मन्दिरजी पहुंचे । जगह जगह अनुमोदना स्वरूप उनका माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत भजन गायक निर्मल गंगवाल एंड मंडली द्वारा शहर के विभिन्न मन्दिरजी में अपने मुखारबिन्द से भजनो की प्रस्तुती देकर धर्म प्रभावना को बढा रहे है तथा आज सोनीनगर में चंदा दोसी द्वारा धार्मिक हाउजी का कार्यक्रम हुआ तथा जिन्हें जीतने वालो को सोनल-सुभाष शाह द्वारा पुरस्कार वितरित किये गये ।
संजय कुमार जैन संभाग संयोजक 9828173258
संलग्न फोटो
Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha