गुवाहाटी : फैंसी बाजार स्थित भगवान महावीर धर्मस्थल में विराजित राजकीय अतिथि आचार्य श्री प्रमुख सागर महाराज ने धर्मसभा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक सवाल है कि आप कहां रहते हैं? आचार्य भगवन कहते हैं कि जो अध्यात्म योगी होगा वह तो यही कहेगा हम आत्मा में रहते हैं और जो मिथ्या दृष्टि होगा, जो बाहर की यात्रा में लगा है , वह कहेगा हम शरीर में रहते हैं और थोड़ा घर से बाहर निकलने पर किसी ने पूछा तो कहेगा कि घर, मोहल्ले, कॉलोनी, गली, बिल्डिंग में रहते हैं। जितना बाहर जाओगे उतना ही क्षेत्रफल बढ़ जाएगा यह संसार है जो बाहर की यात्रा करता है। जहां एक है वह शुद्ध है, जहां दो का समावेश हुआ वहां ही मिलावट का कार्य प्रारंभ हो जाता है । एक सुखी, दो दुखी, तीन से झगड़ा, चार में लफड़ा, इसीलिए अकेली आत्मा से ही प्यार करो क्योंकि वह ही जन्मों- जन्मों से तुम्हारे साथ है और जन्मों- जन्मों तक तुम्हारे साथ रहेगा।
आचार्य कहते हैं सभी समझते हैं कि पुत्र, मित्र, शत्रु सब मेरे हैं आभूषण ,धन -दौलत सब मेरे हैं ,नगर ,घर, देश सब मेरे हैं पर साथ कुछ नहीं जाएगा इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए। कुछ संयोग संबंध है जिसे हम घर, मकान,शरीर और आत्मा को भी तपस्या से अलग कर सकते हैं। कुछ आत्मीय संबंध है जैसे ज्ञान दर्शन और जीव का संबंध उसे हम अलग नहीं कर सकते हैं, तो जो अलग कर सकते हो वह अलग करो और आत्मा से प्यार करो उसे पाने की सोचो उसके लिए ही जियो तब आत्मा का कल्याण होगा। वर्षा योग समिति के प्रचार प्रसार विभाग के मुख्य संयोजक किशोर काला ने बताया कि आज प्रात: आचार्य श्री ससंघ के सानिध्य में श्रीजी की शांतिधारा करने का परम सौभाग्य मूलचंद गजेंद्र कुमार छाबड़ा परिवार रांची /गुवाहाटी को प्राप्त हुआ। तथा आचार्य श्री को आहार पड़गाहन करने का परम सौभाग्य भंवरलाल कैलाशचंद चूड़ीवाल परिवार एवं विमल कुमार सुशीला देवी अजमेरा परिवार को प्राप्त हुआ। इस अवसर पर घर-घर आहार (चौका) लगाने की प्रक्रिया में आज अपने घर चौका लगाने का परम सौभाग्य कैलाश चंद उषा देवी चूड़ीवाल परिवार को प्राप्त हुआ। यह जानकारी समाज के प्रचार-प्रसार विभाग के मुख्य संयोजक ओम प्रकाश सेठी एवं सह संयोजक सुनील कुमार सेठी द्वारा दी गई है।
सुनील कुमार सेठी
प्रचार प्रचार विभाग
श्री दि.जैन पंचायत, गुवाहाटी