आशा और विश्वास हजार बार टूटने के बाद भी आदमी हारता नहीं है। इसलिए उसे विश्वास है, इस बार सफलता ना मिली तो अगली बार जरूर मिलेगीआचार्य श्री 108 प्रसन्नसागर जी महाराज
(15 मई)मे अष्टपद की यात्रा संपन्न हुई आज
उभय मासोपवासी सधना महोदधि प.पू. अंतर्मना आचार्य श्री 108 प्रसन्नसागर जी महाराज उपाध्याय श्री 108 पियूष सागर जी महाराज
श्री दिगम्बर जैन मंदिर श्रीनगर उत्तराखंड प्रातः पूजन दीप आराधना हुई संपन्न 9दिवस में बद्रीनाथ से लगभग 215 किलोमीटर की दुरी की तय निरंतर चल रहा है मंगलमय पदविहार तेज दोपहरी भीषण गर्मी में बढ़ते कदम हरिद्वार की ओरअंतर्मना गुरुदेव ससंघ का हुआ पतंजलि जिला पौड़ी गढ़वाल में भव्य मंगलमय आगमन विश्व हिन्दू परिषद अन्नछेत्र जिला पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड अंतर्मना गुरुभक्त परिवार के द्वारा अष्टद्रव के सहित रूप से संपन्न हुई गुरपुजन पतंजलि गुरुकुलम मुल्या जिला पौड़ी उत्तराखंड
अलकनंदा नदी के किनारे संपन्न संध्या गुरुभाक्ति प्रवचन मंगल आरती15/05/2025 देवप्रयाग उत्तराखंड में आहारचर्यासम्पन्न हुई विहार दरम्यान उपस्थित गुरु भक्तों को संबोधित करते हुए आचार्य श्री प्रसन्न सागरजी महाराज ने कहा कि
कुछ लोग हमारे पूजा, पाठ, भक्ति, प्रतिक्रमण, गीत और भजनों की सराहना करेंगे..
तो कुछ लोग आलोचना करेंगे..!
हम दोनो तरफ से फायदे में हैं। एक हमें प्रेरित करेगा और दूसरा हमारे कार्य में सुधार लायेगा। इसलिए अच्छा सोचो और ख़ुश रहो! आज का हर आदमी आशा के सहारे जी रहा है। आदमी ना तो पत्नी के सहारे, ना व्यापार के सहारे, ना अपने धन के सहारे जीता है, बल्कि वह सिर्फ़ आशा और विश्वास के सहारे जीता है। आशा और विश्वास हजार बार टूटने के बाद भी आदमी हारता नहीं है। इसलिए उसे विश्वास है, इस बार सफलता ना मिली तो अगली बार जरूर मिलेगी।मैं भी तुमसे रोज एक उवाच के माध्यम से मुखातिब होता हूँ, कि तुम्हें जीवन का सार कुछ तो समझ में आए। और तुम्हें अपने होने का एहसास हो जाये और तुम यह जान सको कि तुम इस दुनिया में किसलिए आए-? तुम्हें क्या करना है–? और क्या पाना है-?मुझे आप पर विश्वास है — आप मेरी बात का चिंतन करके, मन्थन करके, अपने जीवन में सुधार लायेंगे…!!! नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल औरंगाबाद