आज का मनुष्य गलत कार्य करके अपनी प्रशंसा चाहता है
जैन मुनि प्रज्ञान सागर महाराज
नैनवा जिला बूंदी 29 अक्टूबर बुधवार
शांति वीर धर्म स्थल पर प्रातः 8.30 पर जैन मुनि प्रज्ञानसागर महाराज ने धर्म सभा को बताया
आज का मनुष्य समाज में देश में ग्राम में परिवार में अच्छा कार्य करना चाहता ही नहीं है और वह चाहता है कि मेरी प्रशंसा हो
अच्छा काम करने पर ही प्रशंसा होगी बुरे काम करने पर निंदा परिवार में भी होगी जिंदगी का दूसरा नाम इम्तिहान है
आज संसार में रहने वाले मनुष्य की प्रशंसा बहुत कम होती है क्योंकि गलत कार्यों में अपनी प्रशंसा चाहता है बुराइयों को छोड़ना नहीं चाहता गलत कार्य करता है और फिर चाहता है कि मेरी प्रशंसा हो
धार्मिक कार्य करने पर लोगों के परोपकारी कार्य करने पर एक दूसरे की मदद करने पर अपनी पहचान बनाने पर प्रसन्नता होती है
बुरी कार्य में किसी भी व्यक्ति की प्रशंसा नहीं होती
छोटे बच्चों को पढ़ाई पर बहुत ज्यादा ध्यान देना जरूरी है
जैन मुनि प्रसिद्ध सागर महाराज ने बताया छोटे बच्चों को ज्यादा से ज्यादा समय अपने मन पढ़ाई में लगाना चाहिए चाहे वह खड़े होकर पड़े घूम कर पड़े योग करके पड़े बिना पढ़ाई के और शिक्षित नहीं हो सकते
पढ़ाई पढ़ने पर स्वयं का भला होगा परिवार के लोगों में दादा-दादी मम्मी पापा का भला होने वाला नहीं है
घर में समझ में देश में युवाओं की जरूरत है आज परिवार के लोग पुत्र को आशा लगाए बैठे रहते हैं कि बड़ा होकर हमारा बुढ़ापा का सहारा बनेगा
अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने पर पढ़ लिखकर अपना भविष्य अच्छा बनेगा
महावीर कुमार सरावगी
















