कोटा (राजस्थान)
राणा प्रताप मीरा हाड़ी रानी के तप त्याग और साधना की पावन वसुंधरा शिक्षण के लिए संपूर्ण भारतवर्ष में सुविख्यात धर्म प्राण औद्योगिक नगरी कोटा के तलवंडी स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर में परम पूज्य तपो मूर्ति राष्ट्र संत आचार्य 108 सुंदर सागर जी महाराज (14 पिच्छिका) ससंघ ने विगत 35 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले जैन युवा पत्रकार गौरव, सर्वश्रेष्ठ संवाददाता अवार्ड विजेता, वर्तमान समय में राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा वर्तमान के श्रवण कुमार की उपाधि से अलंकृत, अपनी सुरीली आवाज में भावपूर्ण भजनों की प्रस्तुति देने वाले, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन “पार्श्वमणि” पत्रकार को प्रसन्न चित्र मुद्रा धर्म प्रभावना के लिए मंगल आशीर्वाद प्रदान किया इस अवसर पर बूंदी का गोठड़ा दिगंबर जैन समाज के पदाधिकारी एवं युवा मंडल के सदस्य भी उपस्थित थे । विदित कि पारस जैन “पार्श्वमणि” ने संपूर्ण भारतवर्ष की शिक्षण संस्थानों में मेरी भावना को पढ़ाया जाए शिक्षण संस्थानों में लागू किया जाए का मिशन चलाया हुआ है मध्य प्रदेश सरकार ने कक्षा 7 हिंदी के विषय में प्रथम नंबर पर मेरी भावना को रखा कर पढ़ाना शुरू कर दिया है। अपने पूर्व मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कुपोषण के मासूम शिकार बच्चों को जो उनको अंडा देने जा रही थी उसका भी अपनी प्रबल लेखनी से घोर विरोध किया था अंत में वह प्रस्ताव पास नहीं हो पाया। पार्श्वमणी जी पत्रकार के पास विगत 35 वर्षों की अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठानों पंचकल्याण को आयोजनों की विशेष कवरेज फाइल भी उपलब्ध है। आप जब अपनी सुरीली आवाज में भावपूर्ण प्रस्तुति भजनों की देते हैं तो श्रद्धालु भाव विभोर हो झूम लग जाते हैं। पार्श्वमणि का व्यक्तित्व चुंबकीय है एक बार जो इनके संपर्क में आ जाता है इनका ही होकर रह जाता है। आपका जन्म पिता देव शास्त्र गुरु के भक्त स्वर्गीय श्री विमल चंद जी जैन एवम धर्मनिष्ठ स्वर्गीय श्रीमती शांति देवी के घर आंगन में हुआ । आपकी दो सुयोग्य सुपुत्रिया कुमारी खुशबू जैन कुमारी गतिमा जैन अध्ययनरत है । आपकी एक बहन विवाहित ममता जैन श्री राजेंद्र जैन (अटरू वाले) कोटा में रहते है।
प्रस्तुति
विमल कमलेश जैन (दरा वाले ) कोटा
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