औरंगाबाद नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल. आचार्य प्रसन्नसागर महाराज ससंघ ने किया कुलचाराम मै भगवान पार्श्वनाथ के भुगर्भ से प्राप्त जगह का अवलोकन कीया ईस अवसर पर आचार्य प्रसन्नसागर महाराज ससंघ ने कहाॅ की
अच्छा जीवन जीने के लिये बोलने का ढंग बहुत जरूरी है..!
हमारे पास धन की पूंजी से ज्यादा,, अच्छी वाणी और व्यवहार की बहुत जरूरत है। धन, दौलत, रूपया, पैसा, ज्ञान, संस्कार तो बहुत बढे़ लेकिन हमारे बोलने की टोन और घटिया सोच के कारण, आज आदमी ना जी पा रहा है और ना मर पा रहा है-? हम आज भी वहीं खड़े हैं जहाँ 20 साल पहले खड़े थे।
धन वृद्धि हो पर उदारता भी आना चाहिए।
ज्ञान की वृद्धि हो पर विनम्रता भी आना चाहिए।
शिक्षा बढ़े पर माता पिता गुरू जन के द्वारा प्रदत्त संस्कार भी कम नहीं होना चाहिए।
अच्छे विचारों की पूंजी ही आज की असली कमाई है,, क्योंकि सकारात्मक सोच और अच्छे विचार, आदमी को कभी जीते जी मरने नहीं देते। अन्यथ: आज का आदमी जीवन जीने के नाम पर, जीवन का बोझ ढो रहा है। आदमी भीतर से यानि (मन से) रोज दिन में 10-20 बार मरता है…!!! नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल औरंगाबाद