/आदि सागर अंकलीकर परंपरा चतुर्थ पटाधीश सुनील सागर महाराज/
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
जिला बांसवाड़ा 4 फरवरी मंगलवार को आदि सागर अंकलीकर परंपरा के चतुर्थ पटाधीश आचार्य सुनील सागर महाराज ने पंचकल्याणक महोत्सव में अपने गुरु परम तपस्वी सम्राट आचार्य सन्मति सागर महाराज का अवतरण दिवस पर अपार भक्तों को संबोधित करते हुए कहा
अनुशासन में रहकर साधना करना ही सच्ची साधना है स्कूल की छुट्टी होने से स्कूल के बच्चे भी प्रवचन सुनाने आए हैं यह इनका पुण्य है
आदि सागर विमल सागर सन्मति सागर हमारे गुरु आज सन्मति सागर महाराज का जन्म जयंती महोत्सव है /पत्ते पत्ते पर नजर डाली डाली/ /डाली पर नजर डाली/ /गुरु ने हम पर नजर डाली तो हमारी किस्मत ही बदल दी/
सच्चे गुरु होते हैं जो भक्त को कभी डूबने नही देते उंगली पड़कर किनारे पर लगा देते हैं वही सच्चे गुरु है
गुरु महावीर ने गौतम गंणधर की किस्मती बदल दी हमारे आचार्य सन्मति सागर ने हमारी किस्मत बदली गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु ने दुनिया की सृष्टि की रचना की है अकेले गुरु शिष्य में ज्ञान विकास का बीजारोपण करते हैं संरक्षण देते हैं उनके अवगुणों को मिटा देते हैं आत्मा में परमात्मा बनने का ज्ञान भर देते हैं
आज मेरे गुरु का जन्म जयंती महोत्सव मना रहे हैं आचार्य विमल सागर जी से दीक्षा मेरे गुरु सन्मति सागर महाराज को दी थी मुनि बनने के बाद उन्होंने तेल नहीं खाया गेहूं का त्याग किया केले की रोटी खाई अंतिम समय में पानी और दही मट्ठा ं का आहार लिया जीवन में अख्यात उपवास किया उनकी साधना उनके तप उनका ज्ञान का वर्णन करने के मेरे पास शब्द नहीं है
तीन बातें हमेशा जीवन में होना चाहिए ऊंची सोच कड़ी मेहनत पक्का इरादा
हमेशा अपनी सोच छोटी ना सोचे सोच बड़ी सोचना चाहिए जिससे मनुष्य बड़ा बनता है अपने पूरे समाज की बड़ी सोच सोचना चाहिए जिससे अध्यक्ष बनकर समाज की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हो अपना नाम रोशन होगा
महात्मा गांधी जी की ऊंची सोच थी इस कारण बड़े बने परोपकार के लिए कड़ी मेहनत करते हैं वह आगे बढ़ते हैं विद्यार्थी भी पढ़ने पर कड़ी मेहनत करने पर ही अपने भविष्य आगे बढ़ पाता है
पहले बांसवाड़ा वालों का संकल्प कच्चा था आदिनाथ भगवान की प्रतिष्ठा नहीं हो पाई 15 दिन में ही संकल्प पक्का होने पर पूरी प्रतिष्ठा हो गई आचार्य ने यह भी बताया कि व्यापारी विद्यार्थी कड़ी मेहनत करने पर ही आगे बढ़ते हैं
परम समाधि सम्राट आचार्य सन्मति सागर महाराज का अवतरण दिवस पर अनेक स्कूलों के विद्यार्थियों ने समाज के श्रेष्ठों ने अपार महिलाओं ने बालक बालिकाओं ने उनकी तप साधना के बारे में जाना सुना ऐसे तपस्वी को हम ” अवतरण दिवस पर शत-शत नमन करते हैं
चतुर्थ पटाधीश आचार्य सुनील सागर महाराज ने सभी दूर दराजों से पधारे भक्तों को अपना आशीष दिया
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान