(25 जून) अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस—- विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैनभोपाल

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जल -थल –वायु द्वारा आवागमन के साथ परिवहन ,यात्री और सामान ढुलाई का कार्य किया जाता हैं .जलमार्ग की इस समय युध्य आदि महती भूमिका हैं .जलमार्ग में नाविकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती हैं .मुंबई मेंआतंकी हमला जल मार्ग से ही हुआ था .नाविकों को वर्ष में लगभग ६ माह समुद्र में गुजारना पड़ता हैं .
हर वर्ष 25 जून को अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस को दुनिया भर में मनाया जाता है।
मनाने का कारण:
आई एम् ओ:द्वारा नाविकों और नौसैनिकों को सम्मान देने के लिए नाविकों का वार्षिक दिवस (DoS) मनाया जाता है,जो समुद्री परिवहन का संचालन करके पूरी दुनिया को कार्य करने में सहायता करते हैं।
प्रमुख तथ्य:
इस दिवस का प्रस्ताव विश्व अर्थव्यवस्था और नागरिक समाज में नाविक के योगदान का जश्न मनाने हेतु 2010 में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन द्वारा दिया गया था।
: इसके बाद यह विशेष दिन 2011 से मनाया जा रहा है।
:इस दिवस की शुरुआत का मुख्या लक्ष्य आम लोगो के वैश्विक व्यापार और परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नाविकों के कार्य के सन्दर्भ में जागरूक करना है।
आई एम् ओ के बारें में:
: अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (आईएमओ), संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी जो स्वच्छ महासागरों पर सुरक्षित शिपिंग को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों का नेतृत्व करती है।
: इसकी स्थापना 17 मार्च,1948 में जिनेवा सम्मेलन के दौरान की गयी थी,जिसका मुख्यालय लंदन, यूनाइटेड किंगडम में है।
आई एम् ओ का कार्य संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों का समर्थन करना है।
विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन संरक्षक शाकाहार परिषद् A2 /104 पेसिफिक ब्लू ,नियर डी मार्ट, होशंगाबाद रोड, भोपाल 462026 मोबाइल ०९४२५००६७५३

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