बगरू
परम पूज्य गणधिपति जगद्गुरु श्री 108 कुन्दकुन्दाचार्य गुरुदेव चतुर्विध संघ के आचार्य श्री नवीन नन्दी मुनिराज ससंघ की मंगल प्रेरणा एवं आशीर्वाद से चल रहे 24वें पावन वर्षायोग – 2025 के अंतर्गत रविवार, दिनांक 31 अगस्त 2025 को “उत्तम शौच धर्म” का दिव्य आयोजन बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से संपन्न होगा।
इस अवसर पर शांति धारा, पूजन सामग्री, भक्तामर एवं पारितोषिक का पुण्यार्जन रूपचन्द – राजरानी, अक्षित, अक्षिता (आसलपुर वाले) गंगवाल परिवार द्वारा किया जाएगा।
“उत्तम शौच धर्म” आत्मा की शुद्धि और निर्मलता का प्रतीक है। यह धर्म मनुष्य को आंतरिक एवं बाह्य रूप से पवित्रता बनाए रखने की प्रेरणा देता है। जैन धर्म के दस लक्षण धर्मों में शौच धर्म का विशेष महत्व बताया गया है।
आचार्य श्री नवीन नन्दी मुनिराज ससंघ के सान्निध्य में होने वाले इस कार्यक्रम में समाज के सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएँ, श्रद्धालु एवं धर्मप्रेमी परिवार उपस्थित होकर धर्मलाभ प्राप्त करेंगे।
👉 सकल दिगंबर जैन समाज बगरू की ओर से इस पुण्य प्रवाह की हृदयपूर्वक अनुमोदना की गई है और समाज के सभी श्रद्धालुओं से इस पावन अवसर पर अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्मलाभ प्राप्त करने का विनम्र आग्रह किया गया है।
जयपुर से जिनेश कुमार जैन की रिपोर्ट