भीलवाड़ा, 19 दिसंबर- 18 तीर्थंकरों की जन्म भूमि यात्रा संघ भीलवाड़ा के संयोजन में यात्रा दल बटेश्वर, अयोध्या अतिशय क्षेत्र पहुंचा।
प्रचार संयोजक प्रकाश पाटनी में बताया कि शिलपूर बटेश्वर में नेमिनाथ भगवान की जन्म भूमि पहुंचकर नेमिनाथ भगवान के दर्शन आरती कर कम्लिल्य नेमीनाथ भगवान की जन्म भूमि पहुंचकर दर्शन लेते अयोध्या पहुंचे। ऋषभदेव, अजीतनाथ, अभिनंदननाथ, सुमतिनाथ अनंतनाथ की जन्म भूमि पहुंचकर आदिनाथ भगवान की 31 फुट उत्तग खड़गासन मनोहारी प्रतिमा के दर्शन व अभिषेक देख कर धन्य हुए। गणिनि प्रमुख आर्यिका शिरोमणि ज्ञानमती माताजी के दर्शन, आशीर्वाद प्राप्त कर माताजी का आहार देखने का सौभाग्य मिला। ज्ञानमती माताजी ने कहा कि पांच तीर्थंकरों की जन्म भूमि अयोध्या क्षेत्र का विकास करने का भाव आया था। उसे आज साकार रूप दिया है। देश-विदेश के कोने-कोने से यहां श्रद्धालुगण पहुंचकर धर्म का लाभ ले रहे हैं। जो प्रशंसनीय है। मैं स्वयं भी भीलवाड़ा आई थी। धर्मनगरी भीलवाड़ा के सभी धर्मावलंबी अयोध्या पहुंचकर धर्म लाभ पुण्य संचय करें।
संयोजक लक्ष्मीकांत जैन ने बताया कि कई महीनो पूर्व अयोध्या का धर्म रथ भीलवाड़ा नगर में आगमन हुआ था। उस समय जिले भर से अयोध्या तीर्थ क्षेत्र के लिए बड़ी संख्या में समाजजनों ने दान दिया था। एवं सहस्त्रकूट जिनालय में एक प्रतिमा स्थापित करने का सौभाग्य प्राप्त किया था। उसमें यात्री दल के लक्ष्मीकांत जैन ने माताजी के आशीर्वाद से एक प्रतिमा स्थापित की थी। उस प्रतिमा पर अभिषेक देखने का अवसर मिला। इस उपरांत रात्रि में यात्रीयो ने हनुमानगढ़ी, सूरजकुंड, सरयू तट पर आरती, लेजरशो, राम मंदिर की लाइटिंग देखने का भरपूर लाभ लिया।
यात्रा दल के संयोजक राजेंद्र सोगानी ने बताया कि 20 दिसंबर को रतनपुरी, श्रावस्ती होते बनारस पहुंचेंगे।
प्रकाशनार्थ हेतु। प्रकाश पाटनी
जैन गजट संवाददाता
भीलवाड़ा














