इस अवसर पर मुनि प्रसिद्ध सागर महाराज ने भक्तों को बताया की दिगंबर मुनि की सभी क्रियाओं में यह मुख्य क्रिया के लक्षण बताए
जब जब भी कैशो का लोचन होता है तो मुनि अपार भक्तों के सामने बड़े-बड़े पंडाल में कैश लोच करते हैं ताकि देखने वाले भक्तों को वैराग्य के भाव बन सके
मुनि अपने शरीर से किसी प्रकार का मंमव्य नहीं रखते
इस कारण से संपूर्ण भारतवर्ष में दिगंबर संत से बड़ा कोई संत ही नहीं है बिना वस्त्र पिछी कमंडल वाले दिगंबर संत होते हैं 24 घंटे में एक समय आहार देकर संयम तप की साधना साधते है
महावीर कुमार सरावगी जैन
गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
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