भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महा महोत्सव अकोला मंगल विहार धर्म नगरी अकोला की और चल रहा है

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परम पूज्य पट्टाचार्य चर्या शिरोमणि आचार्य भगवान श्री 108 विशुद्ध सागर महामुनिराज के परम प्रभावक शिष्य
मुनि श्री 108 प्रणेय सागर जी
मुनि श्री 108 सर्वार्थ सागर जी
मुनि श्री 108 सौम्य सागर जी

मुनि रत्नत्रय का मंगल विहार
पंढरपुर से अकोला नगरी की तरफ संपन्न हो रहा है
धर्मानगरी अकोला, महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत के अब तक के इतिहास में कभी भी भव्य विशालतम प्रभु प्रतिमा नहीं हुई ऐसी विशालतम उत्तम 31 फुट पाषाण प्रतिमा श्री 1008 पदम प्रभु भगवान की
जिसकी कुल ऊंचाई जमीन से 51 फुट ऊंची होगी जो संपूर्ण विदर्भ प्रांत के किसी भी प्रदेश में नहीं है ऐसा अद्भुत अलौकिक सौभाग्य परम पूज्य आचार्य श्री 1008 विशुद्ध सागर जी महामुनिराज के मंगल आशीर्वाद से अकोला नगरी को प्राप्त हुआ है
विशालतम जैन मंदिर श्री 1008 वासुपूज्य पंचबालयती सकल दिगंबर जैन मंदिर ,जैन नगर, गोकर्ण पार्क, डाबकी रोड, अकोला
जिन मंदिर के सामने मानस्तंभ की प्रतिष्ठा होगी ऐसा मंगल त्रिवेणी संगम अकोला नगरी में दिनांक 21 मार्च 2025 से 25 मार्च 2025 तक संपन्न होने जा रहा है
इस दुग्ध शर्करा योग में मंगल विहार पंढरपुर से अकोला की ओर हो रहा है जिसमें नवरत्न मुनिराज सम्मिलित है
अकोला नगरी में बना रहे जैन तीर्थ के पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न होने से ओला नगरी महाराष्ट्र के तीर्थ क्षेत्र के दृश्य पटल पर विराजमान होगी एवं महामुनिराज आचार्य विशुद्ध सागर जी के परम आशीर्वाद से संपूर्ण भारतवर्ष के तीर्थ क्षेत्र में अकोला नगरी का नाम सुशोभित होगा
यह जैन तीर्थ अकोला नगरी में जैन नगर को करना पार्क दबकी रोड अकोला में स्थित है यह जगह नेशनल हाईवे क्रमांक 6 से मात्र 200 मीटर की दूरी पर अकोला शहर में ही है
यह सुंदर परिसर अकोला नगरी के जैन श्रावक समाज हेतु भविष्य में एक सुंदरतम स्थान बनाकर उबरेगा जहां अकोला जैन समाज के विशालतम कार्यक्रम भविष्य में संपन्न होंगे सुंदर परिसर पार्किंग की उच्चतम व्यवस्था पानी का भरपूर मात्रा में होना एवं यातायात की सुविधा हेतु सुयोग्य यह परिसर बन रहा है।
इस जैन परिसर में भविष्य में जैन छात्रों हेतु छात्रावास एवं अंतरिक्ष पार्श्वनाथ जी (शिरपुर जैन )अतिशय क्षेत्र भातकुली सिद्ध क्षेत्र मुक्तगिरि
एवं जैन गुरुकुल कारंजा
और विभिन्न जैन तीर्थ के हेतु अकोला नगरी में जंक्शन है एवं राष्ट्रीय महामार्ग से मुख्यरूप से जुड़ा हैं यहाॅं आने वाले अनेक जैन भक्तों हेतु जैन यात्री निवास का निर्माण हो रहा है ।
जैन भोजन शाला का भी निर्माण होगा
भविष्य में यह जैन समाज हेतु बहुत उपयोगी होगा
मुनि रत्नत्रय परम प्रभावक
मुनि श्री 108 प्रणय सागर जी
मुनि श्री 108 सर्वार्थ सागर जी
मुनि श्री 108 सौम्या सागर जी

का मंगल आगमन धर्मनगरी अकोला में दिनांक 2 मार्च 2025 को भव्य मंगल प्रवेश होगा बढ़ रही प्रभावना से अकोला नगरी में आनंद और हर्ष निरंतर बढ़ रहा है।
सकल जैन समाज अकोला एकत्रित होकर बड़े हर्ष एवं उल्लास के साथ अकोला नगरी के भाव पंचकल्याणक हेतु कार्य में एकसाथ जुट कर इसे सफल एवं सुंदर बनाने का प्रयास कर रहे हैं
✍️विनोद रोकडे जैन प्रतिनिधी जैन गज़ट

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