शाश्वत सिद्ध क्षेत्र श्री सम्मेदशिखर जी मधुबन झारखंड में स्थित तेरहपंथी कोठी समस्त दिगम्बर जैन समाज के लिए हमेशा से ही गर्व का धर्म क्षेत्र रहा हैं
पूरी तेरहपंथी कोठी की भव्यता,सुंदरता,रख रखाव श्री बंगाल बिहार उड़ीसा दिगम्बर तीर्थ क्षेत्र कमिटी कोलकाता के अंतर्गत हैं
200 वर्षों से भी अधिक पुरानी मूलनायक 1008 श्री पुष्पदंतनाथ भगवान की मनोहारी,नयनाभिरामी और मनमोहनीय प्रतिमा का दर्शन करने मात्र से भव भव के कर्म पल भर में क्षय हो जाते हैं
पार्श्वनाथ भगवान जिनालय, भगवान चंद्रप्रभु जिनालय नंदीश्वर द्वीप जिनालय का दर्शन करने मात्र से एक अद्भुत आत्मिक आंतरिक आनंद की अनुभूति होती हैं
तेरहपंथी कोठी मधुबन जहां हमेशा जिनधर्म के प्रति श्रद्धावान,विनयवान,विवेकवान एवं निकटभव्य जीवों का तांता लगा रहता हैं
तेरहपंथी कोठी में निरंतर ही मुनि संघों का आवागमन,विधान एवं चतुर्मास का आयोजन समय समय पर होता रहा हैं
गुरुवार 31जुलाई 1008 श्री पार्श्वनाथ निर्वाण महामहोत्सव के दिन करीब 800 से भी अधिक जिनधर्म प्रेमी धर्मात्मा भव्यजीवों ने पार्श्वनाथ का अभिषेक शांतिधारा एवं निर्वाण लाडू चढ़ाकर अपने मानव जीवन को सफल बनाया
तेरहपंथी कोठी में आवास एवं भोजनालय की सुव्यवस्था होने के कारण सभी तीर्थ यात्रियों का मुख्य केंद्र बिंदु है