निर्ग्रंथ सेंटर आफ आर्कियोलॉजी एवं
श्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ संरक्षणी महासभा, जबलपुर संभाग जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 22 अक्टूबर 2025 को
शाम 6:30 डी एन जैन बोर्डिंग परिसर, गोल बाजार जबलपुर में
2552 वां वीर संवत के प्रथम दिवस के अवसर पर
नव वर्ष मिलन कार्यक्रम एवं जैन वीर संवत की ऐतिहासिकता के विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता डॉ यतीश जैन ने बताया कि चौबीसवें तीर्थंकर महावीर स्वामी के निर्वाण के उपलक्ष्य में प्रारंभ “वीर निर्वाण संवत” के वर्ष 2552 का आज प्रथम दिवस है। प्राचीनतम पुरातात्विक प्रमाण “बरली शिलालेख, अजमेर संग्रहालय” में वीर संवत 84 उल्लिखित है, जिसकी पुष्टि पुरावेत्ता डॉ जी एच ओझा ने 1912 में कर इसे 443 ईसा पूर्व का बताया था। इसी प्रकार हाथीवाड़ा नागौर, राजस्थान से मिले अभिलेख में जैन मंदिर को वीर निर्वाण संवत 107 में दान का उल्लेख है। अन्य अभिलेखों और शिलालेखों में श्रवणबेलगोला और गिरनार अभिलेख प्रमुख हैं।
संगोष्ठी आयोजन के विशिष्ट अतिथि संजय सिंघई, जैन बोर्डिंग ट्रस्ट के सचिव थे।
इस अवसर पर डॉ यतीश जैन, अध्यक्ष, जिनेंद्र जैन, सचिव, प्रमोद जैन कपासिया, उपाध्यक्ष, निशित जैन, उपाध्यक्ष, संजय सम्यक, प्रवक्ता, चिंतामणि जैन, सहसचिव, अनिल जैन, सहसचिव, श्रीमती नीलांजना जैन, कार्यकारिणी सदस्य आदि पदाधिकारियों सहित अनेक जन उपस्थित थे।
उक्त जानकारी निर्ग्रन्थ सेंटर ऑफ आर्कियोलॉजी के प्रवक्ता संजय सम्यक ने दी।













