मालेगांव :- आज धर्मनगरी मालेगांव दिगंबर जैन मंदिर में प.पू युग प्रतिक्रमण प्रवर्तक गणाचार्य राष्ट्रसंत भारत गौरव श्री 108 विरागसागरजी महामुनिराज गुरुदेव को सामूहीक भावपूर्ण विनयांजलि अर्पित की गई अभी ऐसा लग ही नहीं रहा है की आचार्य श्री नहीं रहे हमारे सभी के बिच कांरजा से मालेगांव की और मंगल विहार कर आचार्य श्री संसघ पुन्ह 20 साल बाद धर्मनगरी मालेगांव में भव्य स्वागत किया गया और दो दिन विश्राम कर आचार्य की बढी ही भक्ती भाव उत्साह आरती अभिषेक पुजन आहार वयोवृत्ती विहार करने का हम सभी को सौभाग्य मिला था हम धन्य हो गये आचार्य श्री संसघ सेवा भाव कर पुण्य लाभ मिला हसते बातचित विशेष चर्चा करने का समय मिला कभी ऐंसा सपने में भी नहीं सोचाता की आचार्य श्री इस तरह हम सब भक्तो को इतनी जल्दी छोडकर चले जायगें लगा नहीं था…
हुकुमचंद कन्हेड, सुभाष रोकड़े एवं भारती टिकाइत ने आचार्य गुरुदेव के बारे में बताते हुए उनके संस्कारों का महत्व बताते हुए आचार्य श्री के संयम एवं भक्ति के उदाहरणों की चर्चा की तत्पश्चात आचार्य गुरुदेव की आरती एवं अष्टक अर्पित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।जैन समाज पर दुख की लहर फैल गई है, गुरुवार की रात 2:30 बजे देवमूर्ति गांव जिल्हा जालना महाराष्ट्र में उनका समाधी मरण हो गया, उनके अंतिम संस्कार डोला में अखिल भारतीय दिगंबर जैन महाराष्ट्र समाज के लाखों लोग शामिल हुए थे
✍️विनोद रोकडे जैन मालेगांव