परम पूज्य युग श्रेष्ठ तपस्वी सम्राट आचार्य श्री १०८ सन्मति सागर जी महाराज से शिक्षित व परम पूज्य चतुर्थ पट्टाधीश आचार्य श्री १०८ सुनीलसागर जी गुरुदेव से दीक्षित सुयोग्य शिष्या आर्यिका श्री श्रुतमति माताजी ससंघ का मंगल विहार गुरु चरण वंदना हेतु दाहोद के लिए चल रहा था धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि
आज सुबह दिनांक 13 फरवरी गुरुवार सुबह 7:00बजे से माताजी का विहार चल रहा था विहार किया और 40-50 कदम ही चले और पीछे से तेज रफ्तार से अज्ञात गाड़ी आई और माताजी की टक्कर मार दी (माताजी गाड़ी के साथ 300 मीटर तक गासीटा गयी) माताजी की समाधि हो गई दद्दू ने बताया कि माताजी
मुंबई से विहार कर के आचार्य भगवंत के दर्शनार्थ आ रहे थे साथ ही विहार में
माताजी के साथ एक श्रावक चल रहा था उसका भी दुखद निधन हो गया। इस घटना का समाचार गुरु देव आचार्य श्री को जानकारी दी। आचार्य श्री ने गहरा शोकं प्रकट कर कहा कि जब तक वह व्यक्ति और वाहन जिसने माता जी को टक्कर मारी गिरफ्तार नहीं होगा जब तक परम पूज्य आचार्य श्री ने सभी प्रकार के आहार एवं जल का त्याग कर दिया है वीर जिनशासन एकता संघ के प्रचारक राजेश जैन दद्दू एवं मयंक जैन विश्व जैन संगठन ने गुजरात सरकार से मांग करते हुए कहा कि उक्त घटना को अंजाम देने वाले को अतिशीघ्र गिरफ्तार किया जाए और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए नहीं तो समग्र जैन समाज आंदोलन करेगा।
Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha