“निज शुद्रात्मा आत्मा में रमन करना ही ब्रह्मचर्य: पंडित शास्त्री”
गुवाहाटी: स्थानीय फैंसी बाजार स्थित दिगंबर जैन (बडा़)मंदिर में दस लक्षण पर्व की आराधना अत्यंत श्रद्धा व भक्ति- भाव पूर्वक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ की गई। इस अवसर पर ब्रह्मचर्य धर्म की व्याख्यान करते हुए पंडित किरण प्रकाश शास्त्री ने कहा कि ब्रह्मा अर्थात निज शुद्रात्मा में रमन करना ही ब्रह्मचर्य है। प्रचार- प्रसार के सहसंयोजक सुनील कुमार सेठी में बताया कि आज दोपहर 1:00 अनंत चतुर्दशी के उपलक्ष में श्रीजी को पालकी में विराजमान कर महावीर धर्म स्थल में परिक्रमा लगाई गई।जहां अनंत चतुर्दशी का कलशाभिषेक व अन्य धार्मिक कार्यक्रम संपादित किए गए। इस अवसर पर श्री जी को पालकी में विराजमान करने का सौभाग्य विजय कुमार छाबडा़ परिवार को प्राप्त हुआ। इस मौके पर पंचायत के अध्यक्ष महावीर जैन ने अपने संबोधन में कहा कि हम अपने जीवन में एक भी धर्म को उतार लें तो अपना आत्म कल्याण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने जीवन में धर्म कार्य करते रहना चाहिए। समाज के मंत्री वीरेंद्र कु. सरावगी ने बताया कि शाम 6:00 बजे इसी स्थल में सभी व्रती भाई- बहनों का सामाजिक अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जुलूस व्यवस्था के संयोजक संजय रारा, श्री दि.जैन यूथ फेडरेशन के सदस्यों के अलावा समाज के सभी सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा। यह जानकारी समाज के संयुक्त मंत्री जय कु. छाबडा़ द्वारा दी गई है।