सिकंदर इस दुनिया से गया था दोनों हाथ खाली थे – जैन मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज

0
41

नैनवा 14 अक्टूबर सोमवार 2024
वर्षा योग कर रहे शांति वीर धर्म स्थल पर जैन मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज ने अपने संबोधन में बताया
इस संसार में मनुष्य जन्म होने पर मुट्ठी बांधे आता है जब जाता है तब दोनों हाथ खाली जाता है
अपार धन संपदा कोठी बंगले आदि बनाकर जाते वक्त दोनों हाथों से वह खाली ही जाता है कोई भी संसार का बड़े से बड़े राजा महाराजा भी अपने साथ जन संपदा लेकर नहीं गया
मुनि ने बताया कि आज मनुष्य पर के पीछे भाग रहा है अपनी निज आत्मा के लिए समय ही नहीं निकल पा रहा जीवन का यही सत्य है धर्मसभा में जाने बैठने सुनने से धर्म का ज्ञान प्राप्त होता है
लोगों के कल्याण के लिए ही साधु संत प्रतिदिन प्रवचन देकर धर्म का मार्ग बताते हैं अपनी पलकों को झुकाने पर दुनिया आपको पलकों पर बिठाएगी भगवान के चरणों में आने से मन पवित्र हो जाता है जब मनुष्य संसार से जाता है साथ मैं कुछ लेकर नहीं जाता केवल उसके किए गए सत्कर्म पुण्य कर्म धार्मिक कर्म ही साथ जाएंगे
सिकंदर के पास अपार धन संपदा की वह भी जब गया तो खाली हाथ ही गया था
महावीर कुमार जैन सरावगी
दिगंबर जैन प्रवक्ता दिगंबर जैन समाज नैनवा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here