नई दिल्लीः श्री नेमीनाथ दि. जैन मंदिर शकरपुर में 14 जून को पधारने पर आचार्य श्री वसुनंदी जी महाराज के शिष्यों मुनि श्री ज्ञानानंदजी, संयमानंदजी, शिवानंदजी, प्रशमानंदजी, सदानंदजी, ऐलक विवेकानंदजी, क्षुल्लक पूर्णानंदजी व विजयानंदजी का भव्य स्वागत किया और पं. महावीर प्रसाद जी ने शांति विधान संपन्न कराया। वरिष्ठ मुनि श्री ज्ञानानंद जी के 67वें अवतरण दिवस 15 जून को यहां पं. मनोज शास्त्री जी ने अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा के बाद चौंसठ ऋद्धि विधान संपन्न कराया। इस अवसर पर सभी मुनियों, साधुओं, पं.रमेश चंदजी मनियां व कईं विद्वानों तथा दूर-दूर से आए समाजश्रेष्ठियों ने मुनि श्री की सरलता के साथ त्याग-तपस्या, ज्ञान-ध्यान की सराहना करते हुए विनयांजली अर्पित की। रमेश जैन- नवभारत टाइम्स ने साधु-संगति की महिमा का श्लोक सुनाया। मुनि संघ के पधारने से क्षेत्र में महत्ती धर्मप्रभावना हुई। संघ यहां से 16 जून को भोगल के लिए विहार कर गया।
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