जिनका नाम निर्मल, मन निर्मल, तन निर्मल, काम निर्मल, एसे हमारे बाबूजी निर्मलकुमारजी सेठी (बाबुजी)के 85 वे अवतरण दिवस पर त्रिवार नमन
जिनके ही सतत प्रयत्न एवं मार्गदर्शन से अनेक तीर्थो का विकास हुवा है , शेकडो प्राचीन तीर्थ जिनके मगदर्शन से पुनः स्थापित हुए, जो हमेशा युवाओ के प्रेरणास्त्रोत थे ,जैन समाज के आधारस्तम्भ थे ऐसे बाबुजी श्री निर्मल कुमारजी सेठी सहाब हम सब को २७ एप्रिल २०२१ को छोड़ कर चले गए लेकिन उनकी स्मृतियाँ अनंत समय तक हम सब के बीच में जीवित रहेगी ।एैसे महानायक को महाराष्ट्र प्रांत तीर्थ संरक्षिणी महासभा परिवार की और से उनके 85 वे अवतरण दिवस पर बारंबार नमन है। नमन कर्ता
वर्धमान पाण्डे- अध्यक्ष, महावीर ठोले महामंत्री एवं समस्त कार्यकारणी मंडल
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