भीलवाड़ा, 5 अक्टूबर- जमुना विहार स्थित सहस्रफणी पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर प्रांगण में मुनि श्री शुभम सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में वार्षिक कलशाभिषेक एवं सम्मान समारोह उत्साह पूर्वक संपन्न हुआ।
गणनी आर्यका मां सुपार्श्वमती सेवाश्रम ट्रस्ट के महामंत्री वीरेंद्र कुमार छाबड़ा ने बताया कि 5 अक्टूबर विजयादशमी के दिन मुनिश्री के सानिध्य में पदम चंद जैन टोंक वाले परिवार ने श्रीजी पर पंचामृत अभिषेक एवं शांति धारा करने का सौभाग्य प्राप्त किया तथा महावीर प्रसाद अमीत, अंकित काला परिवार को माल लेने का सौभाग्य मिला। इस अवसर पर पाच-दश उपवास करने वाले तपस्वीयो एवं उत्कृष्ट सेवा प्रदाता जनों का पगड़ी पहनाकर, शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया।
मुनि श्री शुभम सागर महाराज ने धर्म देशना मे कहा कि जीवन मौज- मस्ती के लिए नहीं मिला है। प्रभु की आराधना के लिए मिला है। भेद विज्ञान बिना आत्म ध्यान नहीं होने वाला है। कर्म के उदय से मनुष्य प्रर्याय मिली है । भगवान महावीर के उपदेशों को अपने जीवन में अमल करें । मुनि श्री ने कहा कि जीवन बड़ा दुर्लभ है। मैं चेतन स्वरूप, सुद्ध – बुद्ध हूं ऐसा श्रद्धान जीवन में कर ज्ञान दर्शन आत्मा में लाएं। मनोबल को मजबूत करें। श्रेष्ठ ग्रहस्त बने। तभी जीवन सफल हो पाएगा।
मुनि श्री सक्षम सागर महाराज ने तप, संयम, साधना मार्ग को श्रेष्ट बताया। ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेश बड़जात्या ने सभी के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर बड़ी संख्या में धर्मालुगण उपस्थित थे । समारोह का संचालन पं.पदम चंद काला ने किया